30 एकड़ खेत बर्बाद होने पर किसानों ने 17 अगस्त को रोड जाम कर किया था डंपिंग ठप
गालूडीह : गालूडीह के उलदा में स्लैग युक्त जहीरले पानी से 30 एकड़ खेत में लगी फसल बर्बाद होने से किसानों ने आंदोलन का बिंगूल फूंकते हुए 17 अगस्त को स्लैग डंपिंग स्थल तक जाने वाले रास्ते को अवरुद्ध कर दिया.
इससे तीन दिनों से यहां स्लैग डंपिंग बंद था. किसानों के आंदोलन को देख कर कंपनी ने सोमवार को किसानों के पांच सदस्यीय एक टीम को वार्ता के लिए जमशेदपुर बुलाया. जमशेदपुर के टीएसआरडीएस कार्यालय में सोमवार को किसानों के साथ कंपनी के पदाधिकारियों ने वार्ता की. वार्ता में कंपनी पदाधिकारियों ने कहा कि फसल की क्षति का आकलन के लिए एक जांच टीम बनायी जायेगी.
टीम एक माह के अंदर पूरी रिपोर्ट देगी. रिपोर्ट के आधार पर कंपनी प्रभावित किसानों को क्षतिपूर्ति देगी. कंपनी की इस सहमति पर किसान माने और सोमवार को दोपहर में सड़क को जाम मुक्त कर दिया.
शाम से यहां फिर से स्लैग डंपिंग शुरू हो गया. वार्ता में स्लैग डंपिंग करने वाली कंपनी के बेली बोधन वाला, टीएसआरडीएस की श्रीमती तिग्गा, टिस्को के निखिल जी समेत अन्य कई पदाधिकारी शामिल थे. वहीं किसानों के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में ग्राम प्रधान छुटू सिंह, लाल मोहन सिंह, नारायण सिंह, फनी फूषण सिंह और लक्ष्मण सिंह शामिल थे.