गुड़ाबांदा. गुड़ाबांदा प्रखंड में मई, 2023 से झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय की शुरुआत हुई. हालांकि, जल्दबाजी में स्कूल शुरू करने के दबाव में ठेकेदार ने जैसे-तैसे काम पूरा दिखा दिया. इसका खामियाजा दो साल से विद्यालय में रह रहीं छात्राएं और शिक्षिकाएं को भुगतना पड़ रहा है. बारिश होने पर दीवारों से पानी सीपेज करता है. रात में बिजली कटने पर अंधेरा पसर जाता है. दो साल हो गये पर, विभाग दुरुस्त व्यवस्था नहीं कर पाया. विद्यालय की चहारदीवारी की ऊंचाई काफी कम है. इसकी ऊंचाई बढ़ाते हुए कंटीले तार से घेरने की मांग की जा रही है. वर्तमान में चहारदीवारी चार फीट ऊंची है. पानी निकासी को लेकर नाला का निर्माण करने की मांग की जा रही है. बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए 20 केवी के डीजी व सोलर सिस्टम लगाने की मांग हो रही है. वर्तमान में बिजली कटने पर गर्मी से परेशान होना पड़ता है. रात में पूरा परिसर में अंधेरा छा जाता है. पढ़ाई प्रभावित होती है. कमरे में छात्राओं का सामान रख रखाव के लिए रैक का निर्माण, खेल मैदान का समतलीकरण, विद्यालय परिसर में मैदान की मांग की गयी है. एक डीप बोरिंग होने कारण गर्मी में 350 बच्चों के लिए पानी के पूरा नहीं मिल पाता है. इससे परेशानी बढ़ती है.
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