धालभूमगढ़ : सरकारी पदाधिकारियों, अभिकर्ताओं और बिचौलियों की सांठगांठ से धालभूमगढ़ प्रखंड में मनरेगा के तहत संचालित पक्की योजनाओं में पश्चिम बंगाल के मिनी प्लांट की सीमेंट का प्रयोग धड़ल्ले से हो रहा है. योजना के प्राक्कलन में निर्धारित सीमेंट से इस सीमेंट की कीमत प्रति बोरी 100 रुपया कम है. रावताड़ा पंचायत के निश्चिंपुर में मनरेगा के तहत 4,83,900 की लागत से स्वीकृत गार्डवाल के निर्माण में मिनी प्लांट की सीमेंट के प्रयोग का खुलासा हुआ है. योजनास्थल पर मिनी प्लांट की कई बोरी सीमेंट पायी गयी. सोमवार को ग्रामीणों ने इसका विरोध किया. इय गार्डवाल का निर्माण विभागीय तौर पर हो रहा है.
ग्रामीणों के मुताबिक एक बिचौलिया द्वारा काम कराया जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि इस योजना में बंगाल के मिनी प्लांट की सीमेंट का प्रयोग किया जा रहा है. इस मसले पर योजना के कनीय अभियंता प्रेम कुमार ने बताया कि सीमेंट समाप्त हो गयी थी. इसलिए तीन बोरी उक्त सीमेंट मंगायी गयी. उक्त सीमेंट का प्रयोग नहीं हुआ. कोर्णाक सीमेंट का प्रयोग करने के लिए अभिकर्ता को कहा गया है. बीडीओ सादां नुसरत दूरभाष पर कहा कि सीमेंट की सरकारी गाइड लाइन देख कर बात करूंगी.