पहले वृद्ध की हुई थी मौत, गांव में कैंप कर रही स्वास्थ्य विभाग की टीम प्रतिनिधि, गोपीकांदर टायंजोर पंचायत के बासंपहाड़ी प्रधान टोला में डायरिया का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है. सोमवार को डायरिया पीड़ित 36 वर्षीय होपना मरांडी की मौत हो गयी. डायरिया से एक के बाद दूसरी मौत होने से गांव में दहशत का माहौल है. लोगों ने स्वास्थ्य सुविधा पर ही सवाल खड़ा कर दिया है. बता दें कि डायरिया से 67 वर्षीय वृद्धा सोनामती हेंब्रम तथा रविवार देर रात 36 वर्षीय होपना मरांडी के मौत हो गयी. वहीं बीमारी से अभी भी आधा दर्जन लोग पीड़ित हैं. होपना की पत्नी खरी मुर्मू ने स्वास्थ्य विभाग के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा अच्छा से इलाज नहीं किया जा रहा है. डायरिया से दूसरी मौत की सूचना मिलने पर बीडीओ सह सीओ विकास पदाधिकारी विजय प्रकाश और चिकित्सक प्रभारी डॉ सुमित आनंद व उनके टीम के द्वारा रविवार को मृतक होपना का घर पहुंचकर परिजन और ग्रामीणों से मिलकर घटना की जानकारी ली. स्वास्थ्य टीम को अलर्ट करने को कहा गया. बीडीओ ने बताया कि होपना की मौत किस कारण हुई है. अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पायी है. स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जांच कर इसकी पुष्टि की जायेगी. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में कैंप कर रही है. ग्रामीणों के बीच आवश्यक दवा भी स्वास्थ्य टीम के द्वारा दिया जा रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

