माता के चरणों में अर्पित किये गये 108 कमल के फूल, लगे जयकारे प्रतिनिधि, मसलिया प्रखंड क्षेत्र के तिलाबाद में सोमवार को वैशाख पूर्णिमा पर गंधवनिक समाज द्वारा गंधेश्वरी देवी की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की गयी. कलश स्थापना के साथ माता की तीन दिवसीय पूजा का शुभारंभ हो गया गया. पुजारी सुबल चंद्र झा व साक्षी गोपाल ने वैदिक मंत्रोच्चारण कर विधि विधान से माता के चरणों में 108 कमल फूल व अन्य पूजा सामग्री अर्पित कर प्रथम दिवस की पूजा संपन्न करायी गयी. नेम निष्ठा के साथ माता की पूजा-अर्चना हुई. उल्लेखनीय है कि गंधेश्वरी माता को मुख्य तौर पर गंधवनिक समाज द्वारा कुलदेवी माना गया है. गंधवनिक समाज के लोग व्यवसाय में तरक्की, सुख-शांति, समृद्धि और आशीष के लिए माता गंधेश्वरी की पूजा करते आ रहे हैं. पूजा में विशेष रूप से समाज के लोग एक साथ एकत्रित होकर पारंपरिक अनुष्ठान के साथ माता गंधेश्वरी की पूजन कर प्रसाद ग्रहण करते हैं. यहां की गंधेश्वरी पूजा रजनीकांत साधु व नंदलाल साधु के द्वारा सैकड़ों साल पूर्व शुरू की गयी थी, जिसे उनके वंशज भी करते आ रहे हैं. इस वर्ष पूजा का आयोजन रजनीकांत साधु के वंशज द्वारा किया गया. हर्षोल्लास के साथ पूजा मनाया जा रहा है. गांव में उत्सव का माहौल है.
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