रामगढ़. प्रभात खबर में रविवार को महुबना में जलसंकट की समस्याओं पर ध्यान आकृष्ट कराया था. विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित हुई थी. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की सभी योजनाओं के अधूरे पड़े होने एवं महुबना में पानी की दिक्कत को प्रमुख समस्या करार दिया गया था. इस पर संज्ञान लेते हुए पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता रमेश कुमार लोहरा ने योजनाओं की जांच की. उनके साथ विभाग के कनीय अभियंता अनूप कुमार कुशवाहा भी थे. कार्यपालक अभियंता ने बताया कि समस्या की गंभीरता को देखते हुए जांच करने का निर्णय लिया. उन्होंने कहा कि भौतिक निरीक्षण के दौरान पाया कि किसी भी योजना में द्वारा घर-घर तक नल का कनेक्शन देकर पानी आपूर्ति चालू नहीं की गयी है. पूछताछ में ग्रामीणों ने बताया कि दो जलमीनार की टंकी में भी लीकेज है. तीन जलमीनार से पानी निकाल तो रहा है. पर घरेलू कनेक्शन के लिए पाइपलाइन नहीं बिछायी गयी है. ग्रामीणों ने बताया कि तीन स्थानों पर ग्रामीणों ने अपने खर्चे से जलमीनार के पास नल लगाया है. जहां से पानी भरकर लोग अपने घर ले जा रहे हैं. कार्यपालक अभियंता ने कहा कि लगभग ढाई वर्षों से योजनाओं का अधूरा पड़ा रहना संबंधित संवेदक की लापरवाही को दर्शाता है. योजना की वास्तविक स्थिति से संबंधित रिपोर्ट विभाग के राज्य मुख्यालय को भेजेंगे. उपायुक्त को भी रिपोर्ट भेजेंगे. संवेदक को नोटिस भेज कर तत्काल कार्य को पूरा करने का आदेश दिया जायेगा. यदि संवेदक ने कार्य पूर्ण करने में दिलचस्पी नहीं दिखाई तो संबंधित संवेदक को ब्लैकलिस्ट करने की कार्रवाई की जायेगी. जांच के दौरान अजय कुमार, हिमांशु कुमार कुशवाहा, गोविंद वैद समेत कई ग्रामीणों से बात करने के साथ-साथ कार्यपालक अभियंता ने महुबना कलस्टर में लगायी गयी सभी जलमीनारों का भौतिक निरीक्षण भी किया.
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