रानीश्वर. कोलारकोंदा दिगुली ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत ढाई महीने से ठप पड़ी जलापूर्ति आखिरकार शुक्रवार को बहाल हो गयी. लगातार जलापूर्ति ठप रहने से ग्रामीणों को रोजमर्रा की जिंदगी में भारी परेशानी उठानी पड़ रही थी. इस दौरान लोगों को पीने का पानी जुटाने के लिए कई किलोमीटर दूर फटीक नदी का सहारा लेना पड़ा. ग्रामीण नदी से बालू हटाकर झरना खोदकर पानी निकालते थे, जो स्वास्थ्य की दृष्टि से भी सुरक्षित नहीं था. मामले को लेकर मंगलवार को प्रभात खबर में प्रमुखता से खबर प्रकाशित हुई थी. इसके बाद पेयजल एवं स्वच्छता विभाग हरकत में आया. विभागीय अभियंता ने तत्काल जयताड़ा गांव पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और ग्रामीणों से बातचीत की. उन्होंने आश्वासन दिया था कि समस्या का समाधान शीघ्र किया जाएगा. उसी का परिणाम रहा कि शुक्रवार को जलापूर्ति बहाल हो सकी. ग्रामीण मोतालीब खान, नवीन हेंब्रम और सुकुमार दास ने बताया कि अखबार में खबर प्रकाशित होने के बाद ही प्रशासन ने गंभीरता दिखायी. ग्रामीणों ने कहा कि ढाई महीने तक पानी के लिए उन्हें दर-दर भटकना पड़ा, लेकिन अब गांव में राहत और खुशी का माहौल है. स्थानीय लोगों ने विधायक और प्रशासन को भी इस समस्या की जानकारी दी थी, लेकिन ठोस पहल नहीं हो पा रही थी. प्रभात खबर में खबर छपने के बाद ही विभाग ने तुरंत कार्रवाई की. ग्रामीणों ने अखबार का आभार व्यक्त किया और कहा कि मीडिया की ताकत से उनकी आवाज विभाग तक पहुंची.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

