पहले दिन माता शैलपुत्री की हुई पूजा, वैदिक मंत्रोच्चरण से माहौल भक्तिमय प्रतिनिधि, दुमका नगर आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को कलश स्थापना के साथ शारदीय नवरात्र की शुरुआत बड़े ही धूमधाम के साथ हुई सोमवार को हुई. पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम स्वरुप मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की गयी. इस अवसर पर सुबह से ही दुर्गा स्थान, धर्मस्थान मंदिर सहित शहर के अन्य मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार पर्वतराज हिमालय के घर पुत्री के रूप में जन्म होने के कारण इनका नाम शैलपुत्री पड़ा. मां दुर्गा के इस रूप को शक्तिबर्द्धक माना जाता है, जो भय का नाश करने वाली है. यश, कीर्ति, धन व विद्या प्रदान करती है. कई श्रद्धालु अपने घरों में तो कुछ मंदिरों में विधि विधान के साथ कलश स्थापित कर मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की. वैदिक मंत्रोच्चार और श्लोकों के पाठ से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया.
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