दुमका. रेलवे स्टेशन परिसर में पिछले कई सप्ताह से हर रविवार को कोयला डंपिंग यार्ड हटाने की मांग पर धरना दे रहे आंदोलनकारियों को आरपीएफ ने जबरन हटाने का प्रयास किया. इस बात को लेकर जवान और आंदोलनकारियों के बीच जमकर नोक-झोंक हुई. आंदोलनकारी वहां से हटने को तैयार नहीं हुए. आरपीएफ के अधिकारियों को वहां से निराश लौटना पड़ा. कोयला डंपिंग यार्ड को हटाने की मांग को लेकर विगत पांच वर्षों से शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे रसिकपुर और आसपास के ग्रामीण जब रविवार को धरना देने गये, तो आरपीएफ ने हटाने का प्रयास किया. आरपीएफ के इंचार्ज मनोज कुजूर धरनार्थियों से स्टेशन परिसर पर धरना देने से मना किया. इस पर रविशंकर मंडल ने नारा लगाते जमीन पर बैठकर ही धरना शुरू कर दिया. आंदोलनकारियों का कहना है कि जब प्रदूषण रेलवे स्टेशन से फैल रहा है तो धरना हम कहां देंगे. प्रदूषण रोक दें तो हम भी धरना प्रदर्शन रोक देंगे. मनोज कुजूर ने आंदोलनकारियों को हटाने के लिए स्टेशन प्रबंधक से भी बातचीत नहीं की. स्टेशन प्रबंधक टीपी यादव ने नरम रुख अख्तियार कर धरनार्थियों को समझाने का प्रयास किया. धरना देने वालों को समाजसेवी मुन्नी हांसदा ने समर्थन किया. धरना में हेमंत श्रीवास्तव, संजय मंडल, गोवर्धन मंडल, विमल मरांडी, विष्णु यादव, अभय गुप्ता, मनोज पंडित, एनएन पंडित, डिस्को मंडल, लालटू दे, अमन सिंह, मनोज हंसदा, लक्ष्मण सिंह मेलर, गौतम कापरी, ध्रुव मंडल व मिक्कू यादव आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

