काठीकुंड. प्रखंड के लखनपुर गांव में गुरुवार को प्रभात संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मंगलपुर से कदमा गांव तक जाने वाली आरइओ सड़क की जर्जर स्थिति को लेकर लोगों ने नाराजगी जतायी. ग्रामीणों ने बताया कि करीब सात किलोमीटर लंबी सड़क वर्षों से मरम्मत के अभाव में पूरी तरह टूट चुकी है. सड़क पर जगह-जगह बड़े पत्थर और डस्ट उभर आये हैं, जिससे पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है. बारिश के समय यह रास्ता फिसलन वाला और गड्ढों में तब्दील हो जाता है, जिससे वाहनों की आवाजाही बाधित होती है. इस सड़क के जरिये मंगलपुर, लखनपुर, भिटरा, कदमा, कोदाल छोला समेत अन्य कई गांव काठीकुंड बाजार से जुड़ते हैं. साथ ही मार्ग दुमका मुख्य मार्ग स्थित आमझरी चौक पर निकलता है. ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की कि सड़क का जल्द जीर्णोद्धार कराया जाये. ताकि गांव के लोगों को आने-जाने में राहत मिल सके. ग्रामीणों ने बताया कि मुस्लिम व आदिवासी बहुल लखनपुर गांव में करीब 150 घर और सैकड़ों की आबादी है. बावजूद इसके पेयजल की स्थिति काफी दयनीय है. गांव में मात्र छह चापानल हैं, जिनमें से कुछ खराब पड़े हैं, कुछ कुछ से काफी कम पानी आता है. गांव में बना जलमीनार वर्षों से उपयोगविहीन स्थिति में खड़ी है, जिससे लोगों को पीने के पानी के लिये दिक्कत झेलनी पड़ती है. कहा कि अभी लगातार बारिश की वजह से जलस्तर बढ़ा है तो पानी मिल पा रहा है, जबकि भीषण गर्मी के मौसम में हम ग्रामीणों को पानी के लिए तरसना पड़ता है. ग्रामीणों ने जलमीनार की मरम्मत कर उसे चालू करने की मांग की, साथ ही गांव के बीच टोला और स्कूल के पास नए जलमीनार लगाने की आवश्यकता पर भी बल दिया. क्या कहते हैं ग्रामीण हमारी सबसे बड़ी समस्या सड़क की बदहाली है. रोजमर्रा की आवाजाही, बीमार को समय पर अस्पताल ले जाना मुश्किल हो गया है. प्रशासन को इस ओर तुरंत ध्यान देना चाहिए.” मुस्तफा अंसारी बरसात के दिनों में सड़क पर चलना दूभर हो जाता है. गड्ढों और डस्ट के के कारण इस सड़क पर पहिए अत्यंत धीमे हो जाते है. सड़क मरम्मत ग्रामीणों की पहली जरूरत है. महबूब अंसारी पेयजल के लिए गर्मी के दिनों में काफी परेशानी से जूझना पड़ता है. जलमीनार वर्षों से बेकार पड़ी है, अगर इसे चालू कर दिया जाये तो बड़ी राहत मिलेगी. जल्द पहल हो. खुर्शीद अंसारी गांव में छह चापानल हैं, लेकिन ज्यादातर खराब है. गर्मी में बूंद-बूंद पानी के लिए लोगों को संघर्ष करना पड़ता है. नयी जलमीनार लगायी जानी चाहिए. ताकि जलसंकट दूर हो. हसन मियां “सड़क इतनी खराब हैं कि बाइक तक चलाना खतरे से खाली नहीं. कई बार छोटे मोटे हादसे हो चुके है. सड़क पर डस्ट होने के कारण दोपहिया वाहन सवार गिरते रहते है. ताजिम अंसारी गांव की जलमीनार यदि दुरुस्त हो जाये तो सैकड़ों लोगों की समस्या हल हो जायेगी. प्रशासन से हम इसकी मरम्मत की गुहार लगाते हैं. सड़क की भी दशा जल्द सुधरे. इब्राहिम मियां हम आदिवासी और मुस्लिम बहुल क्षेत्र में रहते हैं, लेकिन विकास की रोशनी अब तक यहां नहीं पहुंची. सड़क और पानी हमारी बुनियादी मांगें हैं. जल्द पहल होनी चाहिए. हेमलाल हेंब्रम सड़क इतनी जर्जर है कि साइकिल चलाना तक मुश्किल है. हर जगह ग्रामीण सड़कों का जीर्णोद्धार हो रहा. सड़क का भी जीर्णोद्धार हो ताकि हमें प्रमुख समस्या से मुक्ति मिले. महबूब अंसारी
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