निबंधन कराये बिना मजदूर को मेठ ले गया था अपने साथ प्रतिनिधि, बासुकिनाथ कश्मीर में जरमुंडी थानान्तर्गत पहरीडीह गांव के मजदूर की हो गयी मौत. मृतक मजदूर सुनील सिंह 29 वर्ष, पहरीडीह निवासी नवानी सिंह का पुत्र था. वह बीते मई में रोड निर्माण कार्य में मजदूरी करने के लिए कश्मीर गया था. वह जाना नहीं चाहता था. लेकिन केशरी गांव के मेठ उपेंद्र कुंवर ने उसे रुपये का लालच देकर मजदूरी करवाने कश्मीर ले गया. परिजनों ने बताया कि सुनील की कश्मीर में आकस्मिक मौत हो गयी. वह अपने पीछे पत्नी व तीन छोटे-छोटे बच्चे को छोड़ गया. घटना की जानकारी मिलने के बाद परिवार में कोहराम मच गया. मृतक के घर में ग्रामीणों की भीड़ लग गयी. उपमुखिया मुकेश कुमार ने बताया कि अशोक कुमार व मृतक के भाई प्रदीप सिंह मृतक के शव को लाने के लिए कश्मीर गया था. शव गांव में लाने के बाद परिजनों ने दहाड़ मार कर रोने लगा. लोगों ने बताया कि मृतक के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. मजदूरी कर जीवन-यापन करता था. वह परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था. मृतक के परिजनों को किसी प्रकार की कोई भी आर्थिक सहायता नहीं मिला है. मेठ ने बिना निबंधन कराये ही मजदूर को अपने साथ कश्मीर ले गया था. उपमुखिया ने बताया कि एक महीना पहले भी गांव से कश्मीर मजदूरी करने गया एक व्यक्ति का वापस शव आया था. मृतक के परिजनों ने प्रशासन से आर्थिक मदद की गुहार लगायी है. ग्रामीणों ने शव का अंतिम संस्कार किया. याद हो कि क्षेत्र से मेठ सैकड़ों मजदूरों को बहला फुसला कर मजदूरी कराने, पैसे का लालच देकर देश के विभिन्न प्रदेशों में अपने साथ ले जाया जाता है, जबकि श्रम विभाग के पदाधिकारी ने बाहर जाने वाले मजदूरों को निबंधन करने के लिए पंचायत सचिव और मेठ को निर्देश दिया है . बावजूद मेट द्वारा नियम का अनुपालन नहीं किया जाता है.
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