बासुकिनाथ. जरमुंडी बासुकिनाथ रेलवे स्टेशन के पास चल रहे श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान सप्ताह यज्ञ के दूसरे दिन सोमवार को कथा स्थल पर भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी. श्रीधाम वृंदावन के प्रसिद्ध कथावाचक मदनमोहन शास्त्री ने कहा कि गुरु चरणों की सेवा का अवसर मिलना जीवन का परम सौभाग्य है. उन्होंने बताया कि सच्चा वैराग्य घर-द्वार छोड़ने में नहीं, बल्कि मन की शुद्धता में निहित है. शास्त्री ने कहा कि मानव जीवन में प्रेम, सद्भावना और ईर्ष्या-द्वेष से मुक्त होकर आगे बढ़ना ही सच्ची भक्ति है. उन्होंने भागवत कथा के प्रसंगों भीष्म स्तुति, परीक्षित जन्म, पांडव स्वर्गारोहण और सुकदेव-परीक्षित संवाद का विस्तृत वर्णन किया. कथा के दौरान पंचम स्कंध की भुवन कोष, भारत वर्ष के विभाजन, ग्रह गणना और नरकानू वर्णन की व्याख्या भी की गयी. कथा के यजमान रामानंद झा और उनकी पत्नी रूबी देवी रहे. आयोजन समिति और ग्रामीणों ने तन-मन-धन से कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया.
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