शिकारीपाड़ा. दुमका–रामपुरहाट मुख्य मार्ग पर गुरुवार देर शाम उस वक्त हड़कंप मच गया, जब जिला परिवहन पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार के नेतृत्व में अधिकारियों की टीम ने औचक छापेमारी कर बालू लदे करीब 20 हाइवा को रोक लिया. कार्रवाई इतनी अचानक हुई कि ट्रक चालक संभल भी नहीं पाये. टीम ने मौके पर ही सभी वाहनों के कागजातों की बारीकी से जांच शुरू कर दी. सूत्रों के अनुसार, सभी वाहन पश्चिम बंगाल के बताये जा रहे हैं. ट्रकों में लोड बालू वैध है या अवैध, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है. छापेमारी टीम में शिकारीपाड़ा अंचल अधिकारी कपिल देव ठाकुर, पुलिस पदाधिकारी और जवानों की टीम शामिल थी. अधिकारियों ने एक-एक वाहन के नंबर नोट किया और जांच में कोई कसर नहीं छोड़ी. अचानक हुई इस कार्रवाई से बालू माफियाओं में अफरा-तफरी मच गयी है. कई वाहन चालक मौके से फरार होने में कामयाब हो गये. अधिकारियों का कहना है कि यह रूटीन चेकअप का हिस्सा है, लेकिन जांच के बाद ही पूरे मामले की हकीकत सामने आयेगी. इस कार्रवाई ने बालू तस्करी करने वालों की नींद उड़ा दी है.
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