सरैयाहाट. साइबर अपराध के खिलाफ प्रभात खबर ने जनआंदोलन का आगाज किया. सोमवार को कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय सभागार में भी इसी क्रम में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसका उद्देश्य साइबर अपराध से बचाव के लिए लोगों और बालिकाओं को जागरूक करना था. उन्हें बताया गया कि सोशल मीडिया में मिलने वाली किसी भी सूचना को मानने या फॉरवर्ड करने से पहले उस पर कुछ पल के लिए विचार कर लेना चाहिए. कार्यक्रम में साइबर अपराध एवं ठगी से बचाव के बारे में एक्सपर्ट ने जानकारी दी. साइबर अपराधी किस प्रकार से अटैक करके लोगों को अपना शिकार बनाते हैं तथा उन्हें मानसिक, आर्थिक व सामाजिक नुकसान पहुंचाते हैं. इसके बारे में भी जानकारी दी गयी. इससे कैसे बचा सके. इसके बारे में विस्तार से बताया गया. क्या कहते हैं एक्सपर्ट अज्ञात व्यक्ति को सोशल मीडिया प्रोफाइल में न जोड़ें. इसके अलावा किसी भी लिंक पर क्लिक न करें. पासवर्ड किसी के साथ भी शेयर न करें. सोशल मीडिया प्रोफाइल का मुश्किल पासवर्ड सेट करें. सोशल मीडिया अकाउंट्स पर टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑन करें. ऐसे कई उपाय करके साइबर ठगी से बच सकते हैं. टीम ने बताया कि साइबर अपराध होने पर साइबर क्राइम हेल्प लाइन नंबर 1930 पर काल करें. बताया कि साइबर धोखाधड़ी के मामलों में अपनी शिकायत नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल में अवश्य दर्ज करावें. विष्णु कुमार साह, ब्रांच मैनेजर,जेआरजीबी अनजान नंबर से आये किसी भी प्रकार से प्राप्त हुए लिंक को न खोलें और किसी भी फोन कॉल, संदेश, ई-मेल इत्यादि पर दिये गये प्रलोभन या विश्वास में आकर कोई भी निजी जानकारी किसी के साथ साझा न करें. साइबर अपराधों को रोकने के लिए हम सभी को सतर्क व सजग रहना होगा. सोशल मीडिया के जरिये हो रहे क्राइम से बचने के भी सावधानी बरतनी जरूरी है. ऑनलाइन अपराध से बचने का सबसे पहला तरीका ये है कि कोई व्यक्ति आपसे दोस्ती करना चाहता है या आपसे चैट करना चाहता है, तो पहले यह देखिए कि क्या आप उस व्यक्ति को जानते हैं. इमाम खान, एसआइ, सरैयाहाट थाना साइबर ठगी से बचाव के लिए मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें, एंटीवायरस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें, सार्वजनिक वाइ-फाइ से बचें और सोशल मीडिया पर सतर्क रहें. अज्ञात लिंक और इ-मेल पर क्लिक न करें और संदिग्ध वेबसाइटों पर जानकारी दर्ज न करें. राष्ट्रीय साइबर अपराध 1903 हेल्पलाइन का टोल-फ्री नंबर है. इसके माध्यम से नागरिक ऑनलाइन साइबर अपराध और वित्तीय धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करा सकते हैं. यह सेवा 24×7 उपलब्ध है और साइबर सुरक्षा को मजबूत बनाने में मदद करती है. आमलोगों को जागरूक करने में मीडिया महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. बसंती भेंगरा, वार्डन, कस्तूरबा स्कूल डीप फेक में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग कर नकली वीडियो और ऑडियो तैयार किए जा रहे हैं. फ्रॉड पेंशनधारकों को फर्जी कॉल्स और मैसेज भेजकर ठगी करते हैं. सिम अपग्रेडेशन फ्रॉड, निवेश धोखाधड़ी, बायोमेट्रिक डेटा चोरी कर ठगी, अवैध गतिविधियों का डिजिटल नेटवर्क डॉकनेट, कूरियर फ्रॉड, फिशिंग और विशिंग, स्किमिंग और आरएफआइडी स्कैमिंग, नकली क्यूआर कोड के माध्यम से पैसा चुराना, केवाइसी धोखाधड़ी, नकली मोबाइल ऐप के जरिये ठगी, एआई आधारित वॉयस क्लोनिंग से भी सायबर फ्रॉड की घटना लगातार हो रही है. ऐसे में हमें बचने की जरूरत है. लोगों को भी जागरूक होना होगा. शिल्पी कुमारी, शिक्षिका क्या कहतीं हैं छात्राएं आज कल ऑनलाइन फ्रॉड कॉल से बचने की जरूरत हैं. आप जिस नंबर या व्यक्ति को नहीं जानते हैं, उसे बैंक अकाउंट या निजी डाटा नहीं बतावें. गायत्री कुमारी लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं. साइबर अपराधी लॉटरी निकलने का लाभ लालच देते हैं. बिना जाने जानकारियां उसे दे देते हैं. बचने की जरूरत है. रूपा कुमारी डिजिटल युग में साइबर क्राइम के कई रूप हो गये हैं. वीडियो कॉल या फिर फर्जी लिंक भेजकर बैंक अकाउंट खाली कर सकते हैं. इसलिए सचेत रहें. नीतू कुमारी यदि साइबर क्राइम के शिकार होते हैं तो उसकी शिकायत नजदीकी साइबर थाना के साथ ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें. पुलिस आगे कार्रवाई करेगी. अंजू कुमारी अंजान व्यक्ति को अपना बैंक पासबुक या फिर एटीएम का चार अंकों वाला कोड शेयर नहीं करना चाहिए. जानकारी अपने घर के सदस्यों भी देंगे. वर्षा कुमारी अज्ञात नंबर से आनेवाले कॉल पर भरोसा नहीं करना चाहिए. बार-बार आपके नंबर पर कोई अज्ञात व्यक्ति लिंक भेजे, तो इसकी जानकारी पुलिस को दें. शांति हेंब्रम किसी अंजान नंबर या फिर बैंक का अधिकारी बताकर आपसे बैंक का डिटेल मांगा जाता है तो उसे नहीं बताना चाहिए. इससे ठगी हो सकती है. इंदू कुमारी बैंक या आइआरबी कभी भी किसी ग्राहक से फोन पर जानकारी नहीं लेती है. अगर ऐसे कॉल आते हैं तो बैंक से संपर्क करें. तभी ठगी से बच सकते हैं. चांदनी कुमारी ऑनलाइन शॉपिंग या गेम खेलने से सतर्क रहना चाहिए. खेल के दौरान भी ठगी का शिकार बनाया जाता है. इससे भी सतर्क रहने की जरूरत है. अंजली कुमारी
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