अब यहां के युवा हवाई जहाज पर चढ़ेंगे भी और उड़ायेंगे भी : हेमंत सोरेन
संताल परगना से खींची विकास की लकीर रांची और दिल्ली तक पहुंचेगीसंवाददाता, दुमकादुमका एयरपोर्ट स्थित झारखंड फ्लाइंग इंस्टीट्यूट का विधिवत उद्घाटन सोमवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अब विकास की रफ्तार को नयी दिशा दे रही है. अब इस इलाके के युवा सिर्फ हवाई जहाज पर चढ़ेंगे ही नहीं, बल्कि उड़ायेंगे भी. उन्होंने लोगों से सरकार का साथ देने की अपील करते हुए कहा कि आप एक हाथ बढ़ाइए, हम उसे दोनों हाथों से पकड़कर विकास की नयी ऊंचाइयों तक जायेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के 25 वर्ष पूरे होने के बाद सरकार ने विकास की एक नयी लंबी लकीर खींचने का निर्णय लिया है, जिसकी शुरुआत संताल परगना को केंद्र में रखकर की गयी है. यहां से निकली विकास की यह लकीर रांची और दिल्ली तक जायेगी. अपने संघर्षों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं. मुझे भी जेल भेजा गया, लेकिन अब झारखंड विकास के मार्ग पर आगे बढ़ रहा है.
हर वर्ष 30 युवाओं को मिलेगा पायलट प्रशिक्षण
मुख्यमंत्री ने बताया कि फ्लाइंग इंस्टीट्यूट में हर वर्ष 30 युवाओं को कॉमर्शियल पायलट का प्रशिक्षण दिया जायेगा. इसमें 15 सीटें आरक्षित कोटि के अभ्यर्थियों के लिए होंगी. इसका पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी. शेष 15 सीटों पर रियायती शुल्क पर प्रशिक्षण दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि इस संस्थान की परिकल्पना पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन ने 2008 में की थी. उस समय इस संस्थान को आगे बढ़ाने के बजाय, इसको बंद डब्बे में डाल दिया. ऐसे संस्थानों को पूर्व में निरंकुश करने का काम किया गया. अब सरकार इसे फिर से शुरू कर रही है ताकि क्षेत्र के मूलवासी और आदिवासी युवा भी पायलट बनकर उड़ान भर सकें.
समय सीमा के अंदर पदाधिकारी कार्य नहीं करेंगे तो वे दंड के भागी बनेंगे
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि जनता का काम जिम्मेदारी और समय पर करना उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी है. यदि किसी तरह की लापरवाही हुई तो कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने दो टूक कहा कि सभी पदाधिकारी को समय सीमा के अंदर कार्य करना होगा. समय सीमा के अंदर पदाधिकारी कार्य नहीं करेंगे तो वे दंड के भागी बनेंगे. उन्हें दंडित किया जाएगा. कार्यशैली बदलनी पड़ेगी. उनको जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी से लेनी होगी और जिम्मेदारी जनता की सेवा है. हम लोगों ने 25 वर्ष से पूरा किया है. अब हमारी गति और तेज होनी चाहिए.300 करोड़ की योजनाओं का किया शिलान्यास-उद्घाटन
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने लगभग 300 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया. लाभुकों के बीच अबुआ आवास, ट्राइसाइकिल और अन्य परिसंपत्तियों का वितरण किया गया. कई एसएचजी समूह को वित्तीय सहायता प्रदान की गयी. इसके अलावा मसलिया-रानीश्वर मेगा लिफ्ट सिंचाई परियोजना का निरीक्षण करते हुए उन्होंने बताया कि यह योजना जनवरी माह में पूरी हो जायेगी और सैकड़ों गांव को सिंचाई सुविधा उपलब्ध करायेगी. कार्यक्रम में राज्य के मुख्य सचिव अविनाश कुमार, जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव प्रशांत कुमार, दुमका के सांसद नलिन सोरेन, दुमका विधायक बसंत सोरेन, जामा विधायक डॉ लुईस मरांडी, शिकारीपाड़ा विधायक आलोक सोरेन, जिला परिषद अध्यक्ष जॉयस बेसरा, उपाध्यक्ष सुधीर मंडल, डीआइजी अंबर लकडा, झारखंड फ्लाइंग इंस्टीट्यूट के निदेशक कैप्टन एसपी सिन्हा, डीसी अभिजीत सिन्हा, एसपी पीतांबर सिंह खेरवार, डीएफओ सात्विक व्यास, डीडीसी अनिकेत सचान आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

