रानीश्वर. रानीश्वर प्रखंड अंतर्गत सुखजोड़ा में नवनिर्मित पंचायत सचिवालय भवन का ताला बीडीओ राजेश कुमार सिन्हा की पहल पर 15 साल बाद शनिवार को खोलवाया गया. जानकारी के अनुसार वर्ष 2008 में एनआरइपी विभाग की ओर से करीब 26 लाख रुपए की लागत से दो मंजिला पंचायत सचिवालय भवन निर्माण कार्य की स्वीकृति दी गयी थी. इसके विभागीय अभिकर्ता एनआरइपी के तत्कालीन सहायक अभियंता थे, पर भवन निर्माण कार्य की देखरेख सुखजोड़ा गांव के विश्वजीत सरकार कर रहे थे. भवन निर्माण कार्य लगभग 2010 में ही पूरा हो चुका था. पर विभागीय अभिकर्ता द्वारा राशि बकाया रखे जाने के कारण भवन का कुछ काम विश्वजीत सरकार द्वारा पूरा नहीं कराया गया था और नये भवन पंचायत को हैंडओवर नहीं किया गया था. भवन के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया गया था. इस बीच कई बीडीओ का पदस्थापन स्थानांतरण होता रहा. पर 15 सालों से नवनिर्मित पंचायत सचिवालय के भवन में ताला लटकता रहा. मजबूर होकर पंचायत के मुखिया व पंचायत सचिव व वार्ड सदस्य पुराना जर्जर पंचायत भवन में बैठक कर पंचायत सचिवालय का संचालन करते रहे थे. पुराना पंचायत भवन का खिड़की दरवाजा भी टूटा हुआ है. शौचालय भी नहीं है. सभी को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही था. एक ही छोटा-सा हाॅल में सभी को किसी तरह बैठना पड़ता था. नये पंचायत सचिवालय का ताला खुल जाने से अब सभी को सुविधा होगी. बैठक करने तथा सभी प्रकार का कार्य सुचारू रूप से संपन्न हो सकेगा.
कहते हैं प्रखंड विकास पदाधिकारी :सुखजोड़ा पंचायत सचिवालय में ताला लटका होने के बारे में पता करने के बाद विश्वजीत सरकार को नोटिस भेज कर बुलाया गया था. उनके द्वारा पंचायत सचिवालय का ताला खोल देने की बात कहने पर आज मुखिया अनिल मरांडी, पंचायत सचिव सुलक्षणा कुजुर, जेई अजय कुमार, रोजगार सेवक निर्मल साधु की उपस्थिति में विश्वजीत सरकार ने पंचायत सचिव को पंचायत सचिवालय की चाबी सौंपी गयी. पंचायत सचिवालय खुल जाने से अब सभी को सुविधा होगी.
– राजेश कुमार सिन्हा, बीडीओ. B
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

