नक्सली नुनूलाल व देवीलाल ने किया सरेंडर
नुनूलाल सिस्टर वालसा हत्याकांड में था संलिप्त
जबकि देवीलाल पाकुड़ एसपी अमरजीत बलिहार हत्याकांडमेंथा शामिल
संवाददाता, दुमका
पाकुड़ जिले के अमड़ापाड़ा में सिस्टर वालसा जॉन की हत्या के अलावा दुमका जिले के काठीकुंड थाना क्षेत्र के तालपहाड़ी में जामा के तत्कालीन थानेदार सदानंद सिंह की हत्या के मामले में संलिप्त रहे माओवादियों के सशस्त्र दस्ते में शामिल रहे हार्डकोर नक्सली नुनूलाल हांसदा उर्फ सुलेमान हांसदा उर्फ हेमलाल कोल ने शनिवार को संताल परगना प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक अखिलेश कुमार झा और दुमका एसपी मयूर पटेल कन्हैयालाल के समक्ष झारखंड सरकार के प्रत्यापर्ण एवं पुर्नवास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण कर दिया.
इनामी नक्सली दंपती का आत्मसमर्पण
नुनूलाल के साथ-साथ देवीलाल हांसदा उर्फ छोटा साथी ने भी आत्मसमर्पण कर दिया है. वह भी हार्डकोर रहा है. वहदो जुलाई 2013 को काठीकुंड थाना क्षेत्र के अमतल्ला में दुमका से पाकुड़ जा रहे पाकुड़ के तत्कालीन एसपी अमरजीत बलिहार एवं पांच अन्य जवानों की हत्या तथा हथियारों की लूट के साथ-साथ 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान शिकारीपाड़ा के पलासी में पोलिंग पार्टी की गाड़ी में बारुदी सुरंग विस्फोट करते पांच पुलिसकर्मी समेत आठ लोगों की हत्या तथा जवानों के इंसास व कारतूस लूटने के मामले में संलिप्त रहा था.
सरेंडर के बाद उग्रवादियों पर जारी किया इनाम, पढें क्या है मामला
डीआईजी अखिलेश कुमार झा ने बताया कि उक्त दोनों उग्रवादियों को झारखंड सरकार के प्रत्यापर्ण एवं पुर्नवास नीति के तहत तत्काल पचास हजार रुपये, व्यवसायिक प्रशिक्षण की व्यवस्था के अलावा उक्त नीति के तहत अन्य सुविधाएं दी जायेगी. दोनों के विरुद्ध लंबित आपराधिक मामलों में मुकदमा लड़ने के लिए सरकार की ओर से नि:शुल्क व्यवस्था की जायेगी.