संवाददाता, दुमका जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थान (डायट) दुमका में सतत पेशेवर विकास (C-CPD) प्रशिक्षण का मंगलवार को समापन हो गया. जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थान में प्राचार्य आशीष कुमार हेंब्रम के निर्देशन में जिले के प्राथमिक व मध्य विद्यालय के शिक्षकों के लिए गैर आवासीय प्रशिक्षण 25 मार्च से चल रहा था, जिसमें जिले के विभिन्न प्रखंडों से हर दिन 200 शिक्षकों ने प्रशिक्षण में भाग लिया. पूरे प्रशिक्षण में जिले के लगभग 4500 शिक्षकों ने भाग लिया. राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार हर वर्ष हरेक शिक्षक को 50 घंटे का प्रशिक्षण पूरा करना अनिवार्य होगा. प्रशिक्षक व संकाय सदस्यों ने 12 मॉड्यूल पर प्रशिक्षण दिया. इसमें मुख्य रूप से कार्यशाला के उद्देश्य, डिजिटल साक्षरता, शिक्षकों के लिए राष्ट्रीय पेशेवर मानक, राष्ट्रीय मेंटरिंग मिशन, बस्ता रहित दिवस, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मुख्य प्रावधान, राष्ट्रीय व राज्य पाठ्यचर्या की रूपरेखा के संदर्भ में क्रियाकलाप, बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान से संबंधित गतिविधि, विद्या प्रवेश कार्यक्रम, आत्मा कौशल का विकास, आकलन और मूल्यांकन, शिक्षा शास्त्र, कक्षा कक्ष प्रबंधन, विद्यालय नेतृत्व, प्रेरणादायक सत्र, विद्यालय में उपलब्ध सीखने- सिखाने के संसाधनों का उपयोग, विशिष्ट अधिगम अक्षमता आदि पर चर्चा की गयी. प्रशिक्षक के रूप में डायट प्रभारी प्राचार्य मधु श्री कुमारी, संकाय सदस्य प्रियंकर परमेश, किशोर कुमार मंडल, सुब्रत गोराई, रेखा साव, कृष्णा कुमारी एवं शिक्षक राजाराम, गोपेश शर्मा आदि ने अहम भूमिका निभायी.
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