बाबा फौजदारीनाथ के समक्ष भक्तों ने जलाये घी के दिये, लगे जयकारे प्रतिनिधि, बासुकिनाथ कार्तिक मास की अमावस्या तिथि दीपावली पर्व पर भक्तों ने बाबा फौजदारीनाथ के दरबार में घी के दिए जलाये. करीब 35 हजार भक्तों ने भोलेनाथ की जलाभिषेक किया. लोगों ने फूलों से घर व मंदिर को सजाया. मंदिर प्रांगण स्थित काली मंदिर में माता के समक्ष महिलाओं ने भक्ति गीत गाये. माता के भक्ति गीत से मंदिर प्रांगण गुंजायमान रहा. मंदिर को केले के पेड़ व फूलों से सजाया गया था. माता के भक्तों ने मां काली के समक्ष रात्रि जागरण कर घी के दीए जलाये. पुरोहितों ने दूध, दही, घी, गुड़, भांग, ईख का रस, गंगाजल आदि से पंचामृत स्नान कराया. चार बजे भोर से मंदिर प्रांगण में भक्तों का तांता लगा रहा. सरकारी पूजा के दौरान पुरोहित के द्वारा षोडशोपचार पूजा के द्वारा बाबा की विशेष पूजा की गयी. सरकारी पूजा के बाद मंदिर गर्भगृह का गेट भक्तों के लिए खोल दिया गया. सुबह से ही जलार्पण का जो सिलसिला शुरू हुआ वह शाम तक चलते रहा. श्रद्धालुओं ने शिवगंगा में आस्था की डुबकी लगाकर बाबा फौजदारीनाथ की पूजा की. भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया.
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