दुमका : अब तक विभिन्न इलाकों में महिलाओं की चोटी काट कर दहशत फैलाने की बात सामने आती रही है, पर दुमका जिले के शिकारीपाड़ा बाजार क्षेत्र में रहनेवाली एक महिला समाप्ति साहा की चोटी काटने के बाद उसके दो जुड़वा बच्चों को उठाकर कुंए में फेंक कर मार दिये जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है.शिकारीपाड़ा बाजार में घटित यह घटना शुक्रवार दोपहर बाद की है. मिली जानकारी के मुताबिक, महिला दोपहर के वक्त अपने कमरे में दो जुड़वा बेटों को साथ लेकर सोई हुई थी. उसके सास-ससुर व कुछ अन्य परिजन दूसरे कमरे में खाना खाने के बाद आराम कर रहे थे.
बड़ा बेटा स्कूल से लौटा तो देखा मां बेसुध पड़ी है
सात साल का उनका एक बड़ा बेटा जब स्कूल से लौटा तो मां को कमरे में बेसुध देखा, जबकि उसके दोनों छोटे भाई वहां नहीं थे. उसने मां को सोया देख अपने दोनो छोटे-छोटे भाइयों के बारे में परिजनों से पूछताछ की, तब जाकर मामला सामने आया. तभी घर से करीब 40 फीट दूर स्थित कुएं में बच्चों को देखा गया. आनन-फानन में दोनों बच्चों को कुंए से निकाल कर शिकारीपाड़ा के स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया. वहां से उक्त महिला व दोनों बच्चों को एंबुलेंस से सदर अस्पताल लाया गया, जहां अस्पताल उपाधीक्षक ने दोनो बच्चों को मृत घोषित कर दिया.
अस्पताल में लगी रही भीड़
इस घटना की जानकारी जैसे-जैसे लोगों को मिलती गयी, अस्पताल में लोगों की भीड़ जुटती गयी. नगर थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर मनोज ठाकुर, महिला थाना प्रभारी पूनम टोप्पो, शिकारीपाड़ा के अंचल अधिकारी अजफर हसनैन आदि अस्पताल में पहुंचे हुए थे.
एसडीओ ने शिकारीपाड़ा पहुंच की पड़ताल
मामले की जानकारी मिलने पर अनुमंडल पदाधिकारी जय प्रकाश झा तुरंत शिकारीपाड़ा की ओर रवाना हो गये. जब दोनों बच्चों व उसकी मां को एंबुलेस से लाया जा रहा था, तब वे शिकारीपाड़ा की ओर जा रहे थे. वहां पहुंच कर विभिन्न बिंदुओं पर उन्होंने पड़ताल की. मिली जानकारी के मुताबिक उक्त कमरे को अभी सील कर दिया गया है.
महिला का पति जमशेदपुर में शिक्षक
महिला का पति प्रणय साहा जमशेदपुर में सरकारी शिक्षक के रुप में पदस्थापित हैं. वे वहीं पर हैं. घटना में उसके दोनों बच्चों के मौत की खबर से अनभिज्ञ महिला अपने बच्चों को खोज रही थी और परिजन उसे यह दिलासा दे रहे थे कि डाक्टर उनका इलाज कर रहे हैं.
बड़ा सवाल. चोटी कटना अलग बात, बच्चे कुएं में कैसे गिरे?
चोटी कटने की घटना तो कई जगह दिखी है. कई मामले अफवाह भी साबित हुए हैं, पर पहली बार इस तरह की घटना से पुलिस-प्रशासन भी हतप्रभ है. आशंका जतायी जाने लगी है कि चोटीकटवा के नाम पर दहशत फैलाने वाले की आड़ में किसी दूसरे ऐसी वारदात को तो अंजाम नहीं दे दिया. परिजनों की माने तो जिस कमरे में महिला सोई हुई थी, वहां से 40-50 फीट की दूरी पर कुआं है. दोनों बच्चे कुएं तक कैसे पहुंचे. किसने कुएं में और क्यों फेंका? यह बड़ा सवाल है. परिजनों के मुताबिक, महिला की चोटी काटी गयी, लेकिन कटी हुई चोटी भी घर में नहीं दिखी.
महिला का ईलाज चल रहा है. दो जुड़वा बच्चों की मौत हुई है. पदाधिकारी शिकारीपाड़ा गये हुए हैं. डॉग स्क्वायड भी भेजा गया है. विभिन्न बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए मामले में पड़ताल हो रही है.
मयूर पटेल, एसपी दुमका
घर में मां और दोनों बच्चे सोये हुए थे. सास-ससुर दोनों अलग कमरे में सोये हुए थे. बड़ा बेटा जब स्कूल से आया तो मां को देखा, भाईयों को नहीं. उसके कहने पर सास-ससुर ने खोजबीन की. उनलोगों ने कुंए से दोनो शिशुओं को बाहर निकाला, तबतक संभवत: बच्चों की मौत नहीं हुई थी. बच्चों को निकाले जाने के बाद देखा कि बच्चे की मां के बाल कटे हुए हैं.
– चंदन साहा, रिश्तेदार.
बच्चों के मुंह से झाग निकल रहा था. दोनों बच्चों की मौत हो चुकी है. बच्चों को लेकर शिकारीपाड़ा के चिकित्सक भी साथ आये थे. उन्होंने भी वहां जांच की थी, उस वक्त भी बच्चे की सांस नहीं चल रही थी. देखने से लग भी रहा है कि डूबने से बच्चों की मौत हुई है. बच्चे की मां घबराई हुई है. बाल कटा हुआ दिख रहा है. ईलाज चल रहा है.
– डॉ दिलीप केशरी, अस्पताल उपाधीक्षक
मां के पास दोनों बच्चे सोये थे. दस मिनट पहले ही हमने देखा था. बाद में बड़ा पोता होली चाइल्ड से आया, उसने भाईयों को खोजा. तब हमलोगों ने देखा कि बच्चे की मां बेहोश थी. दोनो बच्चे कुंए में गिरे पड़े हुए थे.
– बच्चों की दादी