संवाददाता, धनबाद
जिले में शिक्षा के क्षेत्र में नई पहल की गई है. बच्चों की पढ़ाई को रोचक व आधुनिक तकनीक से जोड़ने के के लिए जिले के 10 स्कूलों में वर्चुअल रियलिटी (वीआर) लैब की स्थापना की गयी है. इनका संचालन भी शुरू कर दिया गया है. बच्चे इसके माध्यम से पढ़ाई कर रहे हैं. जिन स्कूलों में वीआर लैब स्थापित की गयी है, उनमें झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय बाघमारा व पूर्वी टुंडी, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय गोविंदपुर, टुंडी, तोपचांची, झरिया और बलियापुर, सीएम एसओई एसएसएलएनटी गर्ल्स प्लस टू उच्च विद्यालय तथा सीएमएसओई जिला प्लस टू उच्च विद्यालय धनबाद शामिल हैं.बच्चों को लुभा रहा 360 डिग्री व्यू व साउंड इफेक्ट्स के साथ पढ़ाई का तरीका
इन लैब में विशेष रूप से तैयार कक्ष के अनुसार कंटेंट को 3-डी लुक दिया गया है ताकि बच्चे खुद को अलग माहौल में महसूस करें और पढ़ाई के प्रति उनकी जिज्ञासा बढ़े. बच्चों को उनके सिलेबस से जुड़े विषय वस्तु को भी वीआर तकनीक के माध्यम से दिखाया जा रहा है. 360 डिग्री व्यू और साउंड इफेक्ट्स के साथ पढ़ाई का यह तरीका बच्चों को काफी आकर्षित कर रहा है. विज्ञान, भूगोल और इतिहास के कठिन विषय भी अब बच्चों को विजुअल तरीके से समझाए जा रहे हैं. इससे वे आसानी से समझ रहे हैं.जिले में पहली बार हुई वीआर लैब की स्थापना
धनबाद जिले में ऐसे वीआर लैब की स्थापना पहली बार की गई है. शिक्षा विभाग का मानना है कि इस तकनीक के जरिये बच्चे अब पढ़ाई को काफी रोचक अनुभव की तरह लेंगे. यह पहल ग्रामीण व शहरी दोनों स्तर के बच्चों के लिए शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने में सहायक साबित होगी. इससे बच्चों में नवाचार की सोच विकसित होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

