आज का श्रवण कुमार ऐसा
Dhanbad News: एक श्रवण कुमार ने त्रेता युग में अपने माता-पिता को कांवर पर ले जाकर तीर्थ यात्रा करायी थी. लोग आज भी उनकी मातृ-पितृ भक्ति की चर्चा कर सीखे लेते हैं. और एक दूसरा श्रवण कुमार ईस्ट बसुरिया में है, जिसने अपनी जननी से न केवल उनकी नौकरी ली, बल्कि उसे घर से बाहर भी निकाला दिया. मां उसकी एक पेड़ के नीचे रात गुजारती रही और अंतत: सोमवार की रात को उसने अपना दम तोड़ दिया. पिछले एक साल से तेतुलमारी सुभाष चौक के पास एक पेड़ के चबूतरे पर बेसहारा की तरह रहने वाली वृद्ध महिला (65) तारा देवी का मंगलवार को निधन हो गया. तेतुलमारी थाना क्षेत्र के भूली मार्ग के किनारे उसका शव पुलिस ने जब्त किया. पुलिस ने इस संबंध में यूडी केस दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम करा कर उसके बेटे को सौंप दिया. रात को तारा देवी का दाह संस्कार कर दिया गया.घटना का दुखद पहलू यह है कि स्व मोहन बेलदार की पत्नी तारा देवी खुद बीसीसीएलकर्मी थी. रिटायर होने से बहुत पहले ही उसने वीआरएस लेकर अपने बड़े पुत्र श्रवण नोनिया को इसलिए नौकरी दे दी, कि बेटा बुढ़ापा का सहारा बनेगा. उसे दो पुत्र है. श्रवण के अलावा एक और पुत्र योगेश चौहान है, जो मंदबुद्धि का है. श्रवण ईस्ट बसुरिया सेक्टर तीन में रहता है, जबकि वह बीसीसीएल मोदीडीह कोलियरी में कार्यरत है. योगेश भी श्रवण के साथ ही रहता है.
एक साल से रहती थी एक पेड़ के नीचे
बताया जाता है कि पारिवारिक विवाद के कारण लगभग एक साल से तारा देवी तेतुलमारी सुभाष चौक के पास एक होटल के चबूतरे पर रह रही थी. उसके पास मोबाइल और पैसे थे. वह कुछ पेंशन पाती थी, जिसका पैसा भी वह खुद रखती थी. सुभाष चौक के पास एक अन्य महिला उसे कभी-कभी भोजनादि दे देती थी. कुछ कपड़े भी साथ लायी थी. रोज वह वहीं नजर आती थी, लोगों को यह पता नहीं था कि वह खुद पूर्व कोलकर्मी है और उसका बेटा भी बीसीसीएल में नौकरी करता है. लोग जानते थे कि कोई बेसहारा महिला बाहर की है, आकर यहां रह रही है. इधर, उसका शव पाये जाने के बाद उसकी पहचान हो पायी.क्या कहती है पुलिस
इस संबंध में तेतुलमारी थानेदार सत्येन्द्र यादव ने कहा कि सूचना पाकर मामले की जांच पड़ताल की. मृतका ईस्ट बसुरिया निवासी बीसीसीएलकर्मी श्रवण नोनिया की मां थी. बेटे को कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने पहचा नकी है, लेकिन किसी ने कोई शिकायत नहीं की है, इसलिए यूडी केस दर्ज कर पोस्टमार्टम कराया गया. शव परिजनों को सौंप दिया गया.
क्या कहता है बेटा
मां की इस स्थिति के संबंध में बेटा श्रवण नोनिया ने कोई सटीक जवाब नहीं दिया. पूछने पर इतना कहा कि मेरी मां के पास एक मोबाइल फोन व कुछ रुपये थे. जो नहीं मिल रहा है. पारिवारिक विवाद पर पूछने पर उन्होंने कुछ नहीं कहा.शव देख भाग रहा था पुत्र, पुलिस ने पकड़ा, तो पहचान की
अज्ञात महिला का शव पड़े रहने की सूचना पर तेतुलमारी पुलिस अलसुबह पहुंची और पंचनामा करने में जुटी. पुलिस इस प्रयास में थी कि इसकी पहचान हो जाए. उसी दौरान मृतक का पुत्र श्रवण भी उसी रास्ते से होकर बाइक से पार किया, सारी चीजें देखी, लेकिन उसने कोई दिलचस्पी नहीं दिखायी. उसी दौरान किसी ने पुलिस को बताया कि महिला का बेटा वही है, तो पुलिस जीप ने उसका पीछा किया, तो वह भागने लगा. फिर उसे और एक अन्य व्यक्ति को पुलिस ने पकड़ कर लाया. उसके बाद श्रवण ने स्वीकार किया कि मृतका उसकी मां थी, जो पेड़ के नीचे ही रहती थी. वहां पहुंचे लोग भावुक हो गये थे. सभी महिला के भाग्य और स्वार्थी बेटे को कोस रहे थे.
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