Dhanbad News: दामोदर वैली टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज पतलाबाड़ी में आयोजित समावेशी शिक्षा दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार के दूसरे दिन पूर्व मंत्री जलेश्वर महतो, जैक के पूर्व अध्यक्ष डॉ अनिल कुमार महतो सहित कई शामिल हुए. सेमिनार में पूर्व मंत्री जलेश्वर महतो ने कहा कि समावेशी शिक्षा नीति से ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों बेहतर शिक्षा देने की जरूरत है. जैक के पूर्व अध्यक्ष डॉ अनिल कुमार महतो ने कहा कि आज लोग शिक्षा को निवेश के रूप में देखते हैं. दिव्यांग और सामान्य छात्रों को समान शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार है. सभी शिक्षकों को अच्छा समाज गढ़ने की प्रतिज्ञा लेनी होगी. अलगोमो यूनिवर्सिटी कनाडा के प्रोफेसर डॉ कंचन सरकार ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के साथ-साथ महिलाओं को शिक्षा देने की जरूरत है.
शिक्षा में समानता जरूरी
एमसीकेवी इंजीनियरिंग कॉलेज हावड़ा के निदेशक डॉ पार्थों सारथी चक्रवर्ती ने कहा कि शिक्षा में समानता की जरूरत है. दिव्यांग के साथ साथ थर्ड जेंडर को भी समान अधिकार देना है. पूर्वांचल यूनिवर्सिटी जौनपुर, यूपी के प्रोफेसर डॉ अजय कुमार दुबे ने कहा कि समावेशी विचार मनुष्य के अंदर होनी चाहिए. सिरामिक रिसर्च इंस्टीट्यूट यादवपुर के पूर्व मुख्य वैज्ञानिक डॉ शिवदास बंद्योपाध्याय ने कहा कि जीने के पढ़ना जरूरी है. इंडियन डाइटिक्स एसोसिएशन के प्रोफेसर डॉ मिली बंद्योपाध्याय ने कहा कि स्वस्थ खानपान से ही स्वस्थ मस्तिष्क बनते हैं. सेमिनार में ऑनलाइन विनोबा भवे विश्वविद्यालय के कुलपति पवन कुमार पोद्दार शामिल हुए. सेमिनार को एसएसएनएम इंटर कॉलेज सिजुआ के प्राचार्य डॉ अरुण कुमार महतो ने भी संबोधित किया.
कॉलेज की पत्रिका उन्मेश का विमोचन
इस दौरान कॉलेज की पत्रिका उन्मेश का विमोचन अतिथियों ने किया. सर्वप्रथम बिनोद बाबू के चित्र पर माल्यार्पण किया गया. मौके पर डॉ अभिजीत राय, प्राचार्य डॉ सुभाष चंद,बासुदेव महतो, कॉलेज के अध्यक्ष देवदास महतो,डा सुरेंद्र विश्वकर्मा, डा सचिव निवास महतो, पुष्पा मंडल, डा सत्येंद्र यादव,अर्णव चक्रवर्ती,विक्रम प्रमाणिक,बिरेन महतो,जाकिर,राणा मुखर्जी,दीपा महतो आदि थे.
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