Dhanbad News : गोविंदपुर-साहिबगंज सड़क के फोरलेन निर्माण कार्य में भू-अर्जन विभाग की शिथिलता के कारण पिछले लगभग सात महीनों में एक मंदिर का भुगतान नहीं किया गया है, जबकि आंदोलन के बाद वादा किया गया था कि जल्द ही उसका भुगतान कर दिया जायेगा. भुगतान में देरी के कारण सड़क निर्माण कंपनी को भी काम करने में परेशानी आ रही है. मामला शंकरडीह स्थित बजरंगबली मंदिर का है, जो गोविंदपुर-साहिबगंज फोरलेनिंग की सीमा के अंतर्गत है और मंदिर सड़क के बीचोबीच आ रहा है. सड़क की पूर्व छोर का काम हो चुका है, लेकिन, पश्चिमी छोर पर मंदिर स्थित होने के कारण सड़क निर्माण में वह बाधक बन रहा है. जिला भू-अर्जन पदाधिकारी के निर्देश पर मंदिर कमेटी द्वारा अप्रैल 2025 को ही इसके एवज में भुगतान प्राप्त करने के लिए खाता खोला जा चुका है, बावजूद अभी तक भुगतान नहीं हो पाया है. मामला सिर्फ शंकरडीह स्थित बजरंगबली मंदिर का ही नहीं, बल्कि पूर्वी टुंडी अंचल के कई ऐसी जगह हैं, जहां भू-अर्जन विभाग द्वारा राशि भुगतान नहीं होने के कारण सड़क निर्माण कार्य अटका हुआ है. इस मामले में सड़क निर्माण कंपनी त्रिवेणी इंजिकोम्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रोजेक्ट मैनेजर आरपी चौधरी ने बताया कि हलकट्टा, लटानी, शंकरडीह, बड़बाद आदि जगहों पर दर्जनों ऐसे मामले हैं, जो भू-अर्जन विभाग या वन विभाग द्वारा क्लीयरेंस नहीं दिया गया है. जनवरी 2026 तक सड़क निर्माण पूर्ण करने की सीमा निर्धारित की गयी है, लेकिन ऐसी समस्याओं के कारण लगता नहीं है कि काम समय पर पूर्ण हो पायेगा.
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