धनबाद, अरिंदम/हीरालाल: धनबाद के कालूबथान ओपी क्षेत्र के बंगाल से आयी एनआईए की टीम ने बुधवार सुबह 8 बजे दबिश डाली है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीम अचानक बोरिया गांव में स्थित अमरजीत रवानी के बंद पोल्ट्री फार्म पर रेड मारी. यह पॉल्ट्री फार्म डूमरकुंडा निवासी राम प्रसाद शर्मा के पुत्र का बताया जा रहा है. इस दौरान जांच अभियान में शामिल अधिकारियों को एक गोदाम से विस्फोटक का जखीरा मिला.
अमरजीत रवानी के बड़े भाई संजय शर्मा हिरासत में
एनआईए की टीम ने अमरजीत रवानी के बड़े भाई संजय शर्मा को उनके डुमरकुंडा स्थित आवास से हिरासत में ले लिया है. उन्हें एनआईए की टीम घटनास्थल पर भी लेकर पहुंची है. साथ ही उनके आवास पर छापेमारी और सर्च अभियान चला जा रहा है.
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एनआईए की टीम में करीब एक दर्जन अधिकारी शामिल
एनआईए की टीम में करीब एक दर्जन अधिकारी शामिल हैं. स्थानीय पुलिस को भी बुलाया गया है. इस छापेमारी अभियान में आइपीएस रैंक के अधिकारी भी शामिल हैं. धनबाद एसएसपी एचपी जनार्दन भी इस कार्रवाई में पूरा सहयोग दे रहे हैं. वहीं, जब्त समान को अपने साथ कोलकाता लेकर जाने की तैयारी है.
कौन कौन सा सामान किया गया जब्त
एनआईए की टीम ने छापेमारी के दौरान 39 पेटी विस्फोटक, 13 पेटी डेटोनेटर, भारी मात्रा में विस्फोट में प्रयुक्त की जाने वाली तार, विस्फोटक का करीब 20 खाली पेटी सहित कई सामान जब्त किया है. साथ ही भारी मात्रा में जिलेटिन और अमोनियम नाइट्रेट जब्त करने की भी सूचना है.
किन मामलों में हो रही छापेमारी
सूत्रों की मानें तो अमरजीत शर्मा उर्फ अमरजीत रवानी का लिंक प्रतिबंधित संगठनों से है. एनआईए की टीम उसी कनेक्शन को ढूंढ रही है. इसके अलावा कालूबथान बलियापुर के बॉर्डर एरिया में वैध अवैध पत्थर खदान भी संचालित हैं. जिसका सप्लाई प्रतिबंधित संगठन में या खदानों में किया जाता था. इस संबंध में टीम पूछताछ एवं जांच पड़ताल की जा रही है. एनआई के टीम के साथ विशेषज्ञों की एंटी फायर टीम भी शामिल है. आसपास किसी भी ज्वलन पदार्थ की जांच पड़ताल की जा रही है. बाइक को भी आने जाने नहीं दिया जा रहा है.
तीन साल पहले भी हुई थी छापेमारी
अमरजीत शर्मा उर्फ अमरजीत रवानी ने इस बिल्डिंग का निर्माण पोल्ट्री फार्म के लिए किया था. लेकिन बीते कुछ वर्षों से वह इस तरह का विस्फोटक का कारोबार के साथ जुड़ गया. आज से करीब तीन वर्ष पूर्व पुलिस ने भी यहां पर छापेमारी भी की थी.
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