धनबाद.
धनबाद रेल यार्ड के जलजमाव प्रभावित क्षेत्र में रेलवे सुरक्षा व संचालन को मजबूत करने के लिए मल्टी सेक्शन डिजिटल एक्सल काउंटर (एमएसडीएसी) लगाने की योजना है. रेलवे की ओर से मॉनसून व खराब मौसम में बढ़ती तकनीकी चुनौतियों को देखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है. रेल अधिकारियों के अनुसार, यार्ड के कुछ हिस्सों में जलजमाव से सिग्नलिंग सिस्टम की विश्वसनीयता पर असर पड़ता है. इससे परंपरागत ट्रैक सर्किट बार-बार फेल हो जाते हैं, जिससे ट्रेनों के संचालन में बाधा आती है. अब इन समस्याओं को दूर करने के लिए आधुनिक तकनीक का सहारा लिया जा रहा है.क्या है एमएसडीएसी
मल्टी सेक्शन डिजिटल एक्सल काउंटर एक उन्नत सिग्नलिंग उपकरण है, जो ट्रैक पर गुजरने वाली ट्रेनों की सटीक जानकारी देता है. किसी सेक्शन में ट्रेन की उपस्थिति या अनुपस्थिति को इलेक्ट्रॉनिक रूप से ट्रैक करता है. यह प्रणाली विशेष रूप से ऐसे इलाकों में उपयोगी मानी जाती है जहां पारंपरिक ट्रैक सर्किट जलजमाव या मिट्टी के कारण प्रभावी ढंग से काम नहीं कर पाती. डीआरएम अखिलेश मिश्र ने बताया कि कुछ जगहों पर यह सिस्टम लगाया जा चुका है. वहीं कुछ जगहों पर लगाने की प्रक्रिया चल रही है. इससे ना केवल सुरक्षा बढ़ेगी बल्कि यार्ड में ट्रेनों की सुचारू आवाजाही भी सुनिश्चित होगी.
आरपीएफ का बैरक बनाया जायेगा
धनबाद. महिला ट्रेन एस्कॉर्टिंग स्टाफ की सुविधा को ध्यान में रख धनबाद रेल मंडल की ओर से 10 बेड का आरपीएफ स्कॉर्ट बैरक बनाया जायेगा. वहीं हजारीबाग टाउन में आरपीएफ जवानों के लिए 20 बेड का नया बैरक बनेगा. इसमें मनोरंजन हॉल, डाइनिंग हॉल, फर्नीचर व अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध होंगी. इनके अलावा अन्य कार्य भी होंगे. इसके लिए विभाग ने करीब 78 लाख रुपये का प्राक्कलन तैयार किया है.
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