धनबाद. जेइइ मेन के दूसरे सत्र में मैथ के उलझाने वाले प्रश्नों ने लगातार तीसरे दिन भी छात्रों को परेशान किया. छात्रों के अनुसार, मैथ के प्रश्न न केवल लंबे बल्कि कठिन भी थे. फिजिक्स और केमेस्ट्री की तुलना में यह अधिक चुनौतीपूर्ण थे. परीक्षा केंद्र से बाहर निकले छात्रों का कहना था कि कठिनाई स्तर के लिहाज से मैथ सबसे कठिन, फिजिक्स मध्यम और केमेस्ट्री अपेक्षाकृत आसान थे. शुक्रवार को परीक्षा इयोन डिजिटल बरवाअड्डा और पर्थ डिजिटल कुसुम विहार स्थित केंद्र में हुई. एनटीए की सिटी को-ऑर्डिनेटर डॉ स्नेहलता सिन्हा के अनुसार, कुल 1381 छात्र इनरोल्ड थे. इनमें से 1308 उपस्थित, जबकि 73 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे. प्रथम पाली में 681 छात्रों में से 642 उपस्थित व 39 अनुपस्थित रहे, वहीं दूसरी पाली में 683 छात्रों में से 652 ने परीक्षा दी और 31 अनुपस्थित रहे.
कैलकुलस के पश्न कम थे :
फिजिक्स में यांत्रिकी, स्थिर विद्युत (इलेक्ट्रोस्टैटिक्स), आधुनिक भौतिकी और प्रकाशिकी से अधिक प्रश्न पूछे गये. चुंबकत्व, घूर्णन गति और विद्युतचुंबकीय प्रेरण के प्रश्न अपेक्षाकृत कम थे. वहीं केमेस्ट्री में कई प्रश्न सीधे एनसीइआरटी से लिये गये थे. अकार्बनिक केमेस्ट्री को सबसे अधिक महत्व दिया गया. मैथ में मैट्रिसेस, थ्रीडी ज्योमेट्री, वेक्टर और शंक्वीय खंड (कोनिक सेक्शन) से प्रश्न पूछे गए. कैलकुलस के प्रश्न अन्य शिफ्ट्स की तुलना में कम थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है