आइआइटी आइएसएम से जुड़े नरेश वशिष्ठ सेंटर फॉर टिंकरिंग एंड इनोवेशन (एनवीसीटीआइ) के छात्रों ने स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2025 के सॉफ्टवेयर संस्करण के ग्रैंड फिनाले में राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है. इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में संस्थान की दो टीमों ने विजेता बनकर देशभर में आइआइटी आइएसएम का नाम रोशन किया है. दोनों विजेता टीमों को डेढ़-डेढ़ लाख रुपये का नकद पुरस्कार मिला है.
टीम स्काईएनआरजी का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समाधान
भोपाल स्थित एलएनसीटी में आयोजित ग्रैंड फिनाले में टीम स्काईएनआरजी ने ””इमेज बेस्ड एनिमल टाइप क्लासिफिकेशन फॉर कैटल एंड बफैलोज”” विषय पर आधारित अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समाधान के लिए प्रथम स्थान प्राप्त किया. यह समाधान गाय-भैंसों के वैज्ञानिक वर्गीकरण व मूल्यांकन में सहायक है. यह राष्ट्रीय गोकुल मिशन के उद्देश्यों को सशक्त बनाता है. इस टीम में नैंसी श्रीवास्तव (टीम लीडर), पठान गुलामगौश, स्वास्ति मिश्रा, ऋयुक्तिका, राबिया बसरिया और कुणाल वर्मा शामिल थे.
””स्किप द क्यू”” से भीड़ और कतार प्रबंधन में सुधार
संस्थान की दूसरी विजेता टीम ने अहमदाबाद स्थित स्वामी नारायण विश्वविद्यालय में आयोजित ग्रैंड फिनाले में “स्किप द क्यू” नामक प्रोजेक्ट के साथ राष्ट्रीय स्तर पर जीत हासिल की. यह समाधान सार्वजनिक व धार्मिक स्थलों पर भीड़ व कतार प्रबंधन को अधिक प्रभावी बनाता है. इस टीम में भूमि बंसल (टीम लीडर), जिनय जैन, ज्ञान प्रकाश, तुषांक जैन, करण कुमार खडरिया और गुप्ता राहुल करताराम शामिल थे. संस्थान प्रबंधन ने सभी विजेता छात्रों को इस उल्लेखनीय सफलता के लिए बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

