Dhanbad News : सरस्वती विद्या मंदिर सिनीडीह के प्रांगण में विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा आयोजित सप्तशक्ति संगम का आयोजन शुक्रवार को किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि क्षेत्रीय संयोजिका डॉ पूजा, प्रांतीय संयोजिका रंजना, प्रांतीय सह-संयोजिका किरण, प्रधानाचार्या गीता मिश्रा तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं प्रमुख इंदु देवी ने संयुक्त रूप से किया. मुख्य वक्ता डॉ पूजा ने कहा कि पुरुषार्थ की जन्मदात्री माताएं होती हैं. जब माताएं सजग होती हैं, तो भाई-बहनों की शिक्षा व संस्कार पूर्ण रूप से विकसित हो पाते हैं. उन्होंने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास में माताओं की अग्रणी भूमिका है. भारतीय कुटुंब व्यवस्था का आधार भी माता ही होती हैं. कार्यक्रम में संयुक्त परिवार की परंपरा को जीवित रखने में अग्रणी भूमिका निभाने वाली 97 वर्षीया अरुणा देव्या को सम्मानित किया गया. मौके पर धनबाद विभाग के 44 विद्यालयों से 44 प्रधानाचार्य एवं 44 शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं. अतिथि परिचय आचार्या डॉ निशा तिवारी ने कराया. मंच संचालन आचार्या प्रियंका बागची ने किया तथा आभार ज्ञापन कार्यक्रम की प्रमुख अनिता कुमारी ने किया. सफल बनाने में उप-प्रमुख उषा साव के साथ सुलेखा कुमारी, विनिता कुमारी, नमिता कुमारी, सुतपा विश्वास, नमिता कुमारी, शीतल कुमारी, नेहा कुमारी का योगदान रहा.
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