Dhanbad News : एकड़ा स्थित श्री श्री राधा कृष्ण प्रेम मंदिर के षष्ठम वार्षिक महोत्सव के तीसरे दिन सोमवार को कथा के दौरान कथावाचक श्री सुरेंद्र हरिदास जी महाराज ने कह कि समस्त वेदों के ज्ञाता रावण का पतन इसलिए हुआ क्योंकि उसने धर्म का पालन नहीं किया. ज्ञान, शक्ति और सामर्थ्य होने के बावजूद, जब जीवन में धर्म का अभाव होता है तो विनाश निश्चित है. आज का मानव अपने माता-पिता का आदर नहीं करता. जब बच्चे पढ़-लिख जाते हैं, आत्मनिर्भर बनते हैं, तब वे अपने जीवनदाताओं का ही तिरस्कार करने लगते हैं. ऐसी शिक्षा का क्या लाभ, जो हमें अपने मां-बाप का सम्मान करना न सिखाये. सच्ची शिक्षा वही है जो संस्कार दे, चरित्र निर्माण करे. कथा को सफल बनाने वाले में अनिल बाबू, जगन्नाथ जी, अशोक प्रजापति, राकेश चौधरी, फेंकू सिंह, निकेतन मंडल, राजेश साव, पप्पू केडिय, श्याम पांडेय, मदन मोहन सिंन्हा, नागेंद्र प्रजापति, शोभा देवी, रुक्मिणी देवी, विजय कुमार , संजय गुप्ता, चंदन पासवान, जूही देवी, मालती देवी आदि का योगदान है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है