Dhanbad News: विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर शुक्रवार को जिले भर में जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. 17 अक्तूबर तक सभी स्वास्थ्य केंद्रों में विशेष शिविर लगा कर लोगों के मानसिक स्वास्थ्य की जांच की जायेगी. उन्हें जागरूक किया जायेगा. इस दौरान सदर अस्पताल और एसएनएमएमसीएच में विशेष कार्यक्रम का आयोजन कर विशेषज्ञ चिकित्सकों ने मानसिक स्वास्थ्य के महत्व, तनाव प्रबंधन और मानसिक बीमारियों से बचाव के उपायों पर विस्तार से जानकारी दी.
बढ़ते काम के दबाव व एकाकीपन से पड़ता है मानसिक स्वास्थ्य पर असर
सदर अस्पताल में कार्यक्रम का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा, डीआरसीएचओ डॉ रोहित गौतम, जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ मंजू दास आदि ने संयुक्त रूप से किया. इस दौरान विशेषज्ञों चिकित्सकों ने कहा कि तेज रफ्तार जीवनशैली, बढ़ता काम का दबाव और सामाजिक एकाकीपन के कारण मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है. ऐसे में मानसिक स्वास्थ्य को शारीरिक स्वास्थ्य के समान प्राथमिकता देना जरूरी है. इस दौरान मरीजों की मानसिक स्वास्थ्य जांच की गयी. मनोवैज्ञानिकों ने मरीजों से बातचीत कर उनके तनाव के स्तर और व्यवहारिक बदलावों को समझने का प्रयास किया. उन्हें मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के उपाय बताये. योग, ध्यान, नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद और सकारात्मक सोच बनाये रखने पर बल दिया गया.
मानसिक रोग के लिए फैली भ्रांतियां दूर करना जरूरी : डॉ चौरसिया
एसएनएमएमसीएच के मनोचिकित्सा विभाग में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसके चौरसिया और अधीक्षक डॉ डीके गिंदौरिया ने किया. इस दौरान विभागाध्यक्ष और अन्य डॉक्टरों ने छात्रों, नर्सों और मरीजों को मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित जानकारियां दी. डॉ चौरसिया ने कहा कि मानसिक रोग को लेकर समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करना जरूरी है. डॉ गिंदौरिया ने कहा कि हर व्यक्ति को समय-समय पर मानसिक स्वास्थ्य की जांच करानी चाहिए. इस दौरान पोस्टर, बैनर और स्लोगन के माध्यम से मानसिक रूप से स्वास्थ्य रहने के संदेश दिये गये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

