बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती पर सोमवार को बीसीसीएल में समारोह का आयोजन किया गया. अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ व कोल इंडिया एससी/एसटी एम्प्लाइज एसोसिएशन (सिस्टा) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में कोयला नगर स्थित बाबा साहब की आदमकद प्रतिमा पर बीसीसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता ने माल्यार्पण किया. उन्होंने कहा कि बाबा साहब आधुनिक भारत के प्रमुख शिल्पियों में से एक थे. उनकी मार्गदर्शन सामाजिक उत्तरदायित्व और नैतिकता का बोध कराता है. सीएमडी ने नगर भ्रमण के लिए संविधान झांकी को झंडा दिखाकर रवाना किया. झांकी शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए डीआरएम चौक और कार्मिक नगर स्थित डॉ अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद कोयला नगर स्थित अन्नपूर्णा सभागार पहुंची. यहां विचार संगोष्ठी व सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए. इसके पश्चात कार्यक्रम में उपस्थित सिस्टा के पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया. मौके पर बीसीसीएल के निदेशक (मानव संसाधन) मुरली कृष्ण रमैया, निदेशक (वित्त) राकेश कुमार सहाय, निदेशक तकनीकी(परिचालन) संजय कुमार सिंह, सिस्टा के संस्थापक सदस्य आरएस राम, राजकुमार कनौजिया, कुश कुमार सिंह, अर्जुन पासवान, प्रमोद कुमार समेत बड़ी संख्या में बीसीसीएल के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे.
आधुनिक भारत को दिशा देने वालों में है बाबा साहेब : रमैया
विचार संगोष्ठी में बीसीसीएल के निदेशक (मानव संसाधन) मुरली कृष्ण रमैया ने कहा कि बाबा साहब आधुनिक भारत को दिशा देने वालों में से एक हैं. उन्होंने सामाजिक समावेशन और अवसर की समानता के लिए अनवरत संघर्ष किया. इससे हम सबको प्रेरणा लेनी चाहिए.
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