बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय प्रशासन ने नयी शिक्षा नीति 2020 के तहत पहली बार यूजी चौथे वर्ष की पढ़ाई शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी है. इसको लेकर शुक्रवार (21 मार्च) को विश्वविद्यालय की एनइपी कोर कमेटी की बैठक होगी. इसमें एनइपी 2020 को यूजी चौथे वर्ष में लागू करने की रणनीति पर चर्चा होगी. इसके अलावा कॉलेजों को इसके लिए कैसे तैयार किया जाये, इस पर भी निर्णय लिया जाएगा. पहले चरण में कॉलेजों को इस माह प्रशिक्षण दिया जायेगा. धनबाद के कॉलेजों को धनबाद में और बोकारो के कॉलेजों को बोकारो में प्रशिक्षण दिया जायेगा. बैठक में एनइपी के 2025 के नये रगुलेशन को यूजी सेमेस्टर वन में लागू को लेकर चर्चा होगी. नये रेगुलेशन में थोड़े बदलाव किये गये गये हैं.
यूजी चौथे वर्ष में होंगे ये बदलाव :
नयी शिक्षा नीति के तहत यूजी चौथे वर्ष में पढ़ने वाले छात्रों को तीन प्रमुख विकल्प मिलेंगे. ये विकल्प छात्रों को उनकी रुचि और करियर आवश्यकताओं के अनुसार शिक्षा प्राप्त करने का अवसर देंगे. छात्रों के सामने पहला विकल्प ऑनर्स विद रिसर्च को होगा, रिसर्च के क्षेत्र में करियर बनाने को इच्छुक वे छात्र, जिनका छठे सेमेस्टर तक 7.5 सीजीपीए ग्रेड हो, इस विकल्प को चुन सकते हैं. वहीं दूसरा विकल्प ऑनर्स डिग्री का है. इस विकल्प में रिसर्च के बजाय एडवांस लेवल के मेजर और माइनर कोर्स शामिल होंगे. जबकि तीसरा विकल्प पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा का होगा. यह विकल्प स्थानीय उद्योग की जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया जायेगा. इसमें छात्र वोकेशनल कोर्स करेंगे, जिससे वे जॉब मार्केट के अनुरूप अपने करियर को मजबूत बना सकें.पीजी में ऐसे छात्र ले सकेंगे नामांकन :
यूजी सत्र 2025-26 में पहली बार छात्र चौथे वर्ष की पढ़ाई करेंगे. नयी शिक्षा नीति के तहत मेधावी छात्रों, जिनका छठे सेमेस्टर तक 7.5 सीजीपीए ग्रेड प्वाइंट स्कोर हो, को पीजी में नामांकन लेने की आवश्यकता नहीं होगी. हालांकि, उनके पास 2026 में पीजी वन-इयर प्रोग्राम में नामांकन लेने का विकल्प होगा. वहीं, 7.5 सीजीपीए से कम स्कोर करने वाले छात्र पीजी सत्र 2025-27 में नामांकन के लिए आवेदन कर सकते हैं. ऐसे में इस वर्ष पीजी में मेधावी छात्रों की संख्या कम रहने की संभावना है.इस वर्ष सेमेस्टर वन में हुए बदलाव :
इस वर्ष यूजी पहले सेमेस्टर में छात्रों को अब छह की जगह सात पेपर पढ़ने होंगे. इसमें नया जोड़ा गया पेपर ‘इंडियन नॉलेज सिस्टम’ होगा, जो दो क्रेडिट का होगा. वहीं माइनर पेपर को अब एसोसिएट कोर कोर्स के रूप में जाना जायेगा, जो चार क्रेडिट का होगा. अन्य पेपरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. पहले सेमेस्टर के सात पेपर कुल 20 क्रेडिट के होंगे. शुक्रवार की बैठक में इस बदलाव को नये सत्र से लागू करने पर भी चर्चा होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है