Dhanbad News : महाराष्ट्र के कोल्हापुर में पूर्वी टुंडी के एक दर्जन से अधिक महिला-पुरुष मजदूरों को बंधक बनाकर गन्ना के खेत में कड़ी मजदूरी करवाई जा रही है. मजदूर वहां से घर वापसी के लिए कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मजदूरों पर पहरेदारी इतनी सख्त है कि वे वहां से अपनी मर्जी से कहीं आ-जा नहीं पा रहे हैं. बताया जाता है कि सात नवम्बर की रात लगभग एक बजे अंधेरे का फायदा उठाकर चंगुल से भाग निकले मजदूर पूर्वी टुंडी के कोलडीह चेपकिया निवासी अनिल रवि दास व बलियापुर के सुरूंगा निवासी सुधीर दास ने आपबीती बतायी. उन्होंने प्रभात खबर को बताया कि कोलडीह के दलाल प्रवृत्ति का व्यक्ति अनिल कोल विगत छह अक्तूबर को महाराष्ट्र के किसी फैक्ट्री में काम दिलाने की बात कहकर पूर्वी टुंडी के विभिन्न गांवों से कुल 15 लोगों को लेकर गया था. अनिल कोल ने मजदूरों को 500 से 700 रुपये तक मजदूरी दिलाने की भी बात कही थी. महाराष्ट्र पहुंचकर उसने किसी दूसरे आदमी को दिखाकर सभी को जाने के लिए कहा और वहां से निकल पड़ा. उक्त अनजान आदमी द्वारा सभी मजदूरों को कोल्हापुर के हमीदवाड़ा के किसी बिहड़ स्थान पर ले जाया गया, जहां सिर्फ गन्ने के ही खेत नजर आ रहे थे. डरा-धमकाकर वहां सभी से कड़ी निगरानी के बीच गन्ना कटाई करवायी जाने लगी और मैदान में बने टेंट पर रहने के लिए जगह दी गयी. अनिल रविदास नेको बताया कि वहां किसी अभिमन्यु मुकुंद वाघमारे और अन्य कई लोग उन लोगों पर कड़ी निगरानी रखने लगे. राशन-पानी का इंतजाम भी वही करता था, लेकिन खाना खुद से ही बनाना पड़ता था. फोन पर भी ज्यादा बात नहीं करने दिया जा रहा था, बावजूद छिपकर घरवालों से फंसे होने की जानकारी दी. इधर, छङ नवम्बर को मजदूरी का भुगतान मिलने की उम्मीद थी, जब पैसे नहीं मिले तो सात नवम्बर की रात को वहां से भाग निकले. इधर अनिल और सुधीर के भाग निकलने के बाद उनके अन्य साथियों ने जानकारी दी है कि उक्त ठेकेदार द्वारा टेंट के आसपास और लाइट लगा दी गयी है तथा सभी को डराया धमकाया जा रहा है. फंसे हुए 13 साथी चंगुल से निकलना चाह रहे हैं. मजदूरों ने प्रशासन से घर वापसी का आग्रह किया है.
ये मजदूर बने हुए हैं बंधक
नाजीर हेम्ब्रम, बिजली हेम्ब्रम (पति-पत्नी कुरकूटांड़), कोलडीह के विश्वनाथ कोल, रंजीत कोल, गुड़िया देवी, बेनागड़िया के मोहन कोल, मोहलीडीह के श्रीमती टुडू, छातामुनी मुर्मू, कालीमनी मुर्मू, सोनाती मुर्मू, कुरकूटांड़ की कल्याणी कर्मकार व हातसरा का फूलचंद राजभर. छातामुनी मुर्मू (मोहलीडीह), कालीमुनी मुर्मू (मोहलीडीह), सोनाती मुर्मू (मोहलीडीह).डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

