धनबाद: भूली ओपी पुलिस ने माओवादी के नाम पर मुरगी कारोबारी से 20 लाख रुपये रंगदारी मांगने के आरोप में दो युवक पवन पंडित (भूली) व सीताराम महतो (पोड़दाग, निमियाघाट, गिरिडीह) को गिरफ्तार किया है.
रंगदारी मांगने में प्रयुक्त मोबाइल समेत तीन मोबाइल व सीम बरामद किया है. दोनों ने अपना अपराध कूबल कर लिया है. भूली ओपी प्रभारी प्रदीप चौधरी के नेतृत्व में पुलिस ने 24 घंटे में पूरे मामले का खुलासा करने में सफलता हासिल की है. डीएसपी (लॉ एंड आर्डर) अमित कुमार ने बुधवार की शाम आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी. मौके पर ओपी प्रभारी भी मौजूद थे.
भूली बस्ती में संजय पंडित का पोल्ट्री फार्म है. व्यवसार कई वर्ष से बेहतर चल रहा है और आय भी होती है. कारोबारी से रिश्ते का चाचा पवन पंडित ने भयादोहन कर रकम वसूलने की योजना बनायी. एक माह पहले माओवादी के नाम पर पोल्ट्री फार्म में परचा फेंककर रंगदारी मांगी. परचा की अनदेखी कर कारोबारी चुप रहा. कारोबारी को 24 जून से फोन किया जाने लगा. फोन करने वाला खुद को माओवादी का पारसनाथ जोन का सचिव रणविजय सिंह बताकर 20 लाख रुपये देने, नहीं देने पर जान से हाथ धोने की धमकी दे रहा था. लगातार 28 जून तक व्यवसायी को धमकी भरे फोन आते रहे. पीड़ित ने मामले की जानकारी धनबाद एसपी को दी. एसपी के निर्देश पर टेक्नीकल सेल व भूली पुलिस की कार्रवाई में मामले का खुलासा हो गया. पहले पवन पंडित पकड़ा गया. पवन की निशानदेही पर निमियाघाट से सीताराम महतो पकड़ा गया. सीताराम भी पवन के ससुराल पक्ष का संबंधी है जो पहले होटल चलाता था.
नया मोबाइल, नया सीम
पवन नाटकीय तरीके से धमकी दे रहा था. निमियाघाट जाकर फोन कर भूली चला आता था. फोन से सिर्फ धमकी देने का काम करता था. उसका मोबाइल लोकेशन लगातार निमियाघाट इलाका बता रहा था. धमकी से परेशान कारोबारी के घर में कोहराम मचा था. लोग रात को सोते नहीं थे. बाहर में इंजनीनियरिंग पढ़ने वाला कारोबारी का बेटा भी आ गया था. कारोबारी ने घर व ऑफिस में सीसीटीवी कैमरा लगा लिया था. धमकी वाले फोन से एक मैसेज से पूरा राज खुल गया और पुलिस पवन पंडित तक पहुंच गयी.