विभावि से नहीं मिले पर्याप्त संख्या में शिक्षक, बीबीएमकेयू में कॉन्ट्रैक्ट पर शिक्षकों की नियुक्ति शीघ्र
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विभावि से नहीं मिले पर्याप्त संख्या में शिक्षक, बीबीएमकेयू में कॉन्ट्रैक्ट पर शिक्षकों की नियुक्ति शीघ्र
धनबाद : 20 नवंबर से शुरू हो रहे पीजी कोर्स को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय ने अपने स्तर से तैयारी शुरू दी है. विश्वविद्यालय प्रशासन अगले कुछ दिनों में बड़ी संख्या में कॉन्ट्रैक्ट शिक्षकों की नियुक्ति करने जा रहा है. इन शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया 20 नवंबर से […]
धनबाद : 20 नवंबर से शुरू हो रहे पीजी कोर्स को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय ने अपने स्तर से तैयारी शुरू दी है. विश्वविद्यालय प्रशासन अगले कुछ दिनों में बड़ी संख्या में कॉन्ट्रैक्ट शिक्षकों की नियुक्ति करने जा रहा है. इन शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया 20 नवंबर से पहले पूरी कर ली जायेगी. हालांकि इन शिक्षकों की नियुक्ति से पहले सभी विभागाध्यक्षों से पीजी में पढ़ाने के लिए शिक्षकों के नाम मांगे गये हैं. इसके बाद बचे हुए पदों पर कॉन्ट्रैक्ट पर शिक्षकों की नियुक्ति होगी.
विभावि ने किया निराश
बीबीएमकेयू प्रशासन को उम्मीद दी थी कि उन्हें विनोबा भावे विश्वविद्यालय से पर्याप्त संख्या में कॉन्ट्रैक्ट पर नियुक्त शिक्षक मिल जायेंगे, लेकिन विभावि ने हिंदी, इतिहास और राजनीतिशास्त्र को छोड़ कर किसी अन्य विषय में पर्याप्त संख्या में शिक्षक नहीं दिया गया है. जबकि कई विषयों में एक भी शिक्षक नहीं मिला है. बता दें कि विभावि ने बीबीएमकेयू के गठन से पहले कॉन्ट्रैक्ट शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की थी.
इसमें धनबाद व बोकारो के कॉलेजों में भी शिक्षक दिया जाना था. इस बीच बीबीएमकेयू का गठन हो जाने के बाद विभावि प्रशासन ने इधर के कोटे के शिक्षकों की भी अपने क्षेत्र के कॉलेजों में तैनात कर दिया है. इसी को देखते हुए बीबीएमकेयू प्रशासन ने अपने स्तर से शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की है. इस आशय का निर्णय 29 अक्तूबर को संपन्न हुई विश्वविद्यालय एकेडमिक काउंसिल की बैठक में लिया गया था.
इस बीच बीबीएमकेयू के पीजी विभागों में कॉलेजों से शिक्षकों के स्थानांतरण को लेकर विवाद शुरू हो गया है. बीबीएमकेयू शिक्षक संघ के दूसरे गुट ने शिक्षकों के स्थानांतरण को लेकर कई विभागाध्यक्षों पर लॉबिंग का आरोप लगाया है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने 29 अक्तूबर को संपन्न हुई एकेडमिक काउंसिल की बैठक में सभी विभागाध्यक्षों से पीजी में पढ़ाने के लिए इच्छुक शिक्षकों का नाम देने को कहा था.
चहेते शिक्षकों के भेजे जा रहे नाम
पीजी विभागाध्यक्ष को सूची बनाने का अधिकार दिये जाने पर शिक्षक संघ के महासचिव डॉ. बीएन सिंह ने नाराजगी जतायी है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में स्थानांतरण की एक प्रक्रिया होती है, जिसके तहत विश्वविद्यालय की स्थानांतरण कमेटी की सिफारिश के उपरांत ही किसी शिक्षक का स्थानांतरण किया जा सकता है.
विश्वविद्यालय को भी प्रक्रियाओं का पालन करते हुए तथा पक्षपात को नजरअंदाज करते हुए स्थानांतरण करना चाहिए. डॉ सिंह ने आरोेप लगाया कि पक्षपात के आधार पर अपने चहेते शिक्षकों को पीजी विभाग में स्थानांतरण के लिए नाम भेजे जाने से बचे हुए शिक्षकों में असंतोष फैल रहा है. विभागाध्यक्ष ऐसे शिक्षकों नाम प्रस्तावित कर रहे हैं, जो कहीं से भी पीजी में क्लास लेने के लिए योग्य नहीं हैं. जबकि विभाग में मौजूद अन्य योग्य शिक्षकों को पूरी तरह से दरकिनार किया जा रहा है. चहेते शिक्षकों को पूछ पूछ विभागाध्यक्ष नाम भेज रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने पीजी विभाग का संचालन पीके राय कॉलेज की जगह अन्य स्थान पर करने की मांग की है.
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