धनबाद : धनबाद जिले के झरिया में भूमिगत खदानों के कारण होनेवाले हादसे लगातार बढ़ रहे हैं. कई बार गोफ बनने और भू-स्खलन की घटनाअों के बाद गैस निकलने का सिलसिला जारी है. ताजा मामला महिरीबांध का है, जहां अचानक जमीन के नीचे से गैस निकलने लगा.
गैस रिसाव के बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गयी. लोग अपने घर छोड़ कर अन्यत्र चले गये हैं. हाल ही में यहां भू-धंसान के कारण दर्जनों मकान जमींदोज हो गये थे. तब भी बड़ी संख्या में लोग बेघर हो गये थे. आज तक उनके लिए आवास की व्यवस्था नहीं की गयी.
CurseToBlessings : झरिया की कोयला खदानों में लगी आग से बनेगी बिजली?
उस समय बेघर हुए लोगों के मन में प्रशासन के प्रति गुस्सा है. लोगों का कहना है कि वे बेघर हो गये. पूरा परिवार सड़क पर रहने के लिए मजबूर है. एक महिला ने कहा, ‘हमारा घर तबाह हो गया. हम सड़क पर रहने के लिए मजबूर हैं और अधिकारी चादर तान कर सो रहे हैं.’
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि पिछले दिनों झरिया में एक दुकान के बाहर खड़े पिता-पुत्र अचानक जमीन धंसने से धरती में समा गये थे. हाल ही में गांधीनगर में जमीन धंसने से सास-बहू तालाब में गिर गयी. दोनों की मौत हो गयी. बहू की तो अब तक लाश भी नहीं मिली.
झरिया : जमीन के अंदर भड़की आग, गैस रिसाव से पांच बेहोश
झरिया और बोकारो जिले के बेरमो स्थित गांधीनगर में हुए हादसों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की भी मदद ली गयी, लेकिन सारी कोशिशें नाकाम रहीं. सरकार बार-बार लोगों को अन्यत्र जाने के लिए कह रही है, लेकिन उनके पुनर्वास की कोई पुख्ता व्यवस्था अब तक नहीं की गयी है. इससे क्षेत्र के लोगों में आक्रोश है.