मधुपुर. महेंद्र मुनि सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में शनिवार को शिशु वर्ग के बच्चों को स्वर्ण प्राशन की दूसरी खुराक पुष्य नक्षत्र में पिलायी गयी. कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के प्रधानाचार्य मदन मोहन मिश्रा ने भगवान धन्वंतरी के चित्र पर पुष्पार्चन कर व दीप जलाकर किया. वहीं, प्रधानाचार्य मिश्रा ने कहा कि यह एक आयुर्वेदिक औषधि है. जो प्राचीन काल में ऋषि मुनि तैयार कर बच्चों को पिलाया करते थे. यह एक रोग प्रतिरोधक औषधि है, जिसके माध्यम से बच्चों को कई प्रकार की बीमारियों से बचाया जा सकता है. औषधि बच्चों के मस्तिष्क को भी तेज करने में अहम भूमिका निभाती है. यह विद्या भारती और विद्या विकास समिति झारखंड की एक ऐसी पहल है, जिसे एक मिशन के रूप में स्वीकार किया गया है. समिति का प्रयास यह है की छोटी उम्र के बच्चों को यह खुराक अवश्य पिलाया जाये. साथ ही आज अस्त व्यस्त जीवन में इनके रोग प्रतिरोधक क्षमता को विकसित किया जा सके. कार्यक्रम को सफल बनाने में मानसी बनर्जी, रूपा चक्रवर्ती, इता सिंह, अमृत बाला चौधरी, मिथिलेश कुमार, मोहिनी बनर्जी की भूमिका महत्वपूर्ण रही.
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