संवाददाता, देवघर. सुरक्षा और परिचालन दक्षता को बढ़ाने के लिए भारतीय रेलवे के चल रहे प्रयासों के महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में, पूर्व रेलवे के आसनसेल मंडल में लेवल क्रॉसिंग (एलसी) फाटकों को सीमित ऊंचाई वाले सब-वे (एलएचएस) और भूमिगत सड़क पुल (रोड अंडर ब्रिज/आरयूबी) की सुविधा के रूप में बदलाव किया जा रहा है. इस दौरान चार समपार फाटकों (एलसी गेटों) को पहले ही इस वित्तीय वर्ष में सीमित ऊंचाई वाले सब-वे (एलएचएस) में बदल दिया गया है और सार्वजनिक उपयोग के लिए चालू कर दिया गया है, जबकि शेष समपार फाटकों को हटाने की दिशा में काम प्रगति पर है. उक्त बात की जानकारी आसनसोल मंडल की ओर से दी गयी है. बताया गया कि चार समपार फाटकों को हाल ही में सीमित ऊंचाई वाले सब-वे (एलएचएस) से बदल दिया गया है और सार्वजनिक उपयोग के लिए चालू कर दिया गया है. इनमें बासुकिनाथ-दुमका सेक्शन में समपार फाटक (एलसी गेट) नंबर 18 शामिल हैं, जो बासुकीनाथ-दुमका सेक्शन में झरपुरा-सिलंडा रोड को जोड़ता है, एलसी गेट नंबर 19 जो कि हतियापाथर-बाबुपुर रोड को जोड़ता है।.जसीडीह-तुलसीटांड़ सेक्शन का एलसी गेट नंबर 31 जो गंजोरा रोड को जोड़ता है, और तुलसीटांड़-लाहाबन सेक्शन में एलसी गेट नंबर 33 लाहाबन रोड को जोड़़ता है. इन सब-वे के कारण कनेक्टिविटी में सुधार आ रहै है और सड़क से आवागमन करने वालों को ट्रेन आने जाने के दौरान रुकना नहीं पड़ता है. *आसनसोल मंडल में सीमित ऊंचाई वाले सब-वे की बढ़ायी जा रही है सुविधा *ट्रेन गुजरने के दौरान गेट बंद होने से लोगों के रुकने की बाधा अब होगी दूर
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