मधुपुर. शहर के चांदमारी स्थित दारुल उलूम मदरसा सिराजुल इस्लाम परिसर में प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण सह जल संसाधन मंत्री हफीजुल हसन की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गयी. बैठक में मदरसा दारुल उलूम सिराजुल इस्लाम के संचालन के लिए 24 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया, जिसमें सर्वसम्मति से मो सरफराज अहमद को सचिव व मोहम्मद चांद को कोषाध्यक्ष चुना गया. वहीं, मजलिसे-शूरा की ओर से हाजी मो फारूक अहमद को अध्यक्ष बनाया गया. इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि शिक्षा का केंद्र सुचारू रूप से संचालित हो. इसके लिए एक मजबूत और ईमानदार कमेटी की आवश्यकता होती है. कमेटी में शामिल होना एक जिम्मेदारी है. संस्था सफलता पूर्वक संचालन करना कमेटी की जिम्मेदारी होती है. उन्होंने कहा कि शिक्षा सबसे बड़ी दौलत है, जो अज्ञानता के अंधकार से निकालकर तरक्की की राह दिखाती है. उन्होंने अभिभावकों से अपील किया कि वे अपने बच्चों को दीनी (धार्मिक शिक्षा) के साथ-साथ दुनियावी तालीम (संसारिक शिक्षा) भी दिलाये. ताकि वे एक बेहतर समाज का निर्माण कर सकें. मौके पर फैयाज कैसर, हाजी मो. फारूक अहमद, हाजी हबीबुल्लाह फैजी, मौलाना यासीन फैजी, मौलाना मुफ्ती परवेज आलम मिस्बाही, मौलाना अजमल नूरी, मौलाना सनाउल्लाह अजहर शकाफी, मौलाना मुबाशिरूल इस्लाम, जावेद अख्तर फैजी, हाजी शागीर अहमद, मो. शकील अहमद, हाजी सगीर अहमद, अबू तालिब अंसारी, एनुल होदा, मो. श्याम अंसारी आदि मौजूद थे. ————- दारुल उलूम मदरसा सिराजुल इस्लाम कमेटी का हुआ गठन सचिव बने मो सरफराज अहमद व कोषाध्यक्ष बने मो चांद चांदमारी स्थित दारुल उलूम मदरसा सिराजुल इस्लाम परिसर में कार्यक्रम आयोजित
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