चितरा. कोलियरी प्रक्षेत्र के डीएवी पब्लिक स्कूल में नामांकन शुल्क बढ़ाने को लेकर शनिवार को दर्जनों अभिभावक पूर्व कृषि मंत्री रणधीर सिंह से उनके आवासीय कार्यालय में मिले. साथ ही समस्या अवगत कराते हुए नामांकन शुल्क कम करने की मांग की. इस संबंध में पूर्व मंत्री रणधीर सिंह ने कहा कि कोलियरी के कर्मचारियों एवं क्षेत्र के गरीब-गुरुवा तबकों लोगों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के उद्देश्य से चितरा कोलियरी में डीएवी पब्लिक स्कूल खोला गया है. पर वर्तमान समय में नामांकन शुल्क अचानक अधिक बढ़ा दिए जाने के कारण गरीब-गुरुवा अपने बच्चों का नामांकन नहीं करा पा रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 106 प्रतिशत अधिक नामांकन शुल्क लिया जा रहा है, जो गलत है. कहा कि कोलियरी प्रबंधन कोलियरी में हुए नुकसान का हवाला देकर डीएवी में नामांकन शुल्क में बढ़ोतरी की जा रही और कोलियरी मजदूरों का संडे, ओटी, होली-डे में कटौती की जा रही है. पूर्व मंत्री ने कहा कि कोलियरी घाटे में नहीं गयी है. पूर्व मंत्री ने कहा कि नये महाप्रबंधक एके आनंद के आने के बाद कोयला उत्पादन में काफी बढ़ोतरी हुआ और वर्तमान समय में चितरा कोल डंप पांच लाख टन से भी अधिक कोयला स्टॉक है. उन्होंने कहा कि कोलियरी प्रबंधन कोयला बेच नहीं पा रही है. कहा कि जो कोयला मार्च में स्टॉक था उस कोयला को बेच लेते तो कोलियरी 50 से 100 करोड़ का मुनाफा होता. श्री सिंह ने कहा कि जीएम एके आनंद ने माइंस को प्रॉफिट में रखा है. पूर्व मंत्री ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि कोलियरी प्रबंधन अविलंब बढ़ाये गये नामांकन शुल्क को कम करायें, जिससे लोगों को बच्चों को पढ़ाने में सहूलियत हो. अन्यथा धरना देकर विरोध-प्रदर्शन किया जायेगा. वहीं, अभिभावकों की समस्या से अवगत होने के बाद पूर्व मंत्री ने एसपी माइंस के क्षेत्रीय महाप्रबंधक एके आनंद एवं डीएवी प्राचार्य डॉ राघवेंद्र तिवारी से फोन पर वार्ता की. साथ ही नामांकन शुल्क कम करने की सलाह दी. मौके पर पंचायत समिति सदस्य बबलू महतो, राजेश वर्मा, विकास वर्मा, जयराम रजक, टिंकू साह, मुन्ना महतो आदि मौजूद थे.
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