मधुपुर. शहर के भेड़वा नावाडीह स्थित राहुल अध्ययन केंद्र में रविवार को प्रसिद्ध लेखक डाॅ मासूम रजा व झारखंड आंदोलन के अग्रदूत जयपाल सिंह मुंडा की पुण्यतिथि मनायी गयी. लोगों ने दोनों विभूतियों की तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया. इस अवसर पर धनंजय प्रसाद ने कहा कि डॉ मासूम रज़ा बहुमुखी प्रतिभा सम्पन्न व्यक्तित्व के धनी थे. वे सिने पटकथाकार, फिल्मकार, लेखक थे. उनकी प्रमुख कृतियां आधा गांव, नीम का पेड़, कटरा का आजू, आंसू की बूंद, सीन 75 आदि है. उन्होंने धारावाहिक महाभारत की पटकथा व संवाद लिखकर काफी ख्याति पायी. उन्होंने कहा कि जयपाल सिंह मुंडा झारखंड आंदोलन के अग्रदूत थे. उन्होंने आजादी के बाद पहली बार झारखंड पार्टी बनाकर अलग राज्य की आवाज को बुलंद किया. उस समय उनकी पार्टी के 36 विधायक थे और वो विपक्ष की भूमिका में थे. वे एक प्रसिद्ध खिलाड़ी भी थे. मौके पर अन्य लोगों ने भी अपने विचार व्यक्त किया.
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