चितरा. पिछले पांच दिनों से प्रबंधन की मनमानी की वजह से चितरा कोलियरी में कार्यरत कैजुअल मजदूरों को रोजगार के बगैर खाली हाथ घर जाने को विवश थे. रोजगार का साधन नहीं रहने से उन्हें जीवन यापन करने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था. इससे निजात पाने के लिए बुधवार को कैजुअल मजदूरों ने पूर्व विस अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता से मुलाकात की. कैजुअल मजदूरों के आग्रह पर पूर्व विस अध्यक्ष कोलियरी गेट पहुंचे, जहां उन्होंने बड़ी संख्या में अड़खा लीडर, कैजुअल मजदूर और कोयला व्यवसायियों से वार्ता की. साथ ही उन्होंने कोलियरी के जीएम और एजेंट से वार्ता की, जिसके बाद कोलियरी प्रबंधन ने तत्काल कोयला डंप में कोयला उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया. यह भी बताया जाता है कि यहां सैकड़ों आदिवासी, दलित, अल्पसंख्यक और पिछड़े वर्ग के मजदूर ट्रकों में कोयला लोडिंग कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं. कोयला उत्पादन ठप होने से न सिर्फ मजदूर, बल्कि व्यवसायी और ट्रक मालिक भी संकट में थे, क्योंकि डीओ पर कोयला उठाने की वैधता 14 अगस्त को समाप्त होने वाली थी. वहीं, दूसरी ओर वार्ता के कुछ ही घंटों में कोयला उत्पादन शुरू हो गया, जिससे मजदूरों, कोयला व्यवसायियों और ट्रक मालिकों में खुशी की लहर दौड़ गयी. मौके पर प्रकाश यादव, काजल अड्डी, जूगनू यादव, पिंटू पाल, संतलाल रजक, रवि सिंह, बलराम भंडारी, मदन सिंह, युगल राय, महावीर दास, जगन्नाथ यादव आदि मौजूद थे. हाइलार्ट्स : पूर्व विस अध्यक्ष ने वार्ता कर चालू कराया कोयला उत्पादन
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