मधुपुर. नगर परिषद की ओर से गांधी चौक व कोर्ट मोड़ में 10-10 लाख की लागत से लगायी गयी वाटर वेंडिंग मशीनें सालों से बेकार पड़ी हुई है. लोगों को गर्मी में स्वच्छ व शीतल पेय मुहैया कराने के उद्देश्य से मधुपुर नगर परिषद द्वारा लाखों खर्च कर लगायी गयी मशीनें महीन दिन भी नहीं चली. बताया जाता है कि दोनों ही मशीनों को मार्च 2019 में स्थापित की गयी थी. कुछ समय बाद से ही यह बंद हो गयी. इसके ढाई साल से मशीन को एक बार मरम्मत कराया गया, लेकिन इसे चालू नहीं किया जा सका. उस दौरान नप प्रशासन ने दावा किया था कि दोनों ही मशीन के रख-रखाव के लिए जवाबदेही भी तय कर दिया गया है. बताया जाता है कि वाटर वेंडिंग मशीन से रेलवे स्टेशनों की तर्ज पर शुद्ध व ठंडा पानी के लिए 2, 5 व 10 रुपये का सिक्का डालकर पानी लेने का प्रावधान है. पर कई बार सिक्का के जगह शरारती तत्व लोहे का टुकड़ा डाल देते हैं. इसके कारण मशीन बंद पड़ जाती है. गर्मी के दौरान पानी की किल्लत बढ़ गयी है. ऐसे में लोगों ने नगर परिषद प्रशासन से दोनों मशीन को जल्द से जल्द चालू कराने की मांग की है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है