मारगोमुंडा. प्रखंड क्षेत्र की महजोरी पंचायत भवन में आश्रय व जीएफएफ के तत्वावधान में किशोरी क्षमता विकास को लेकर दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. इस दौरान संस्था की तृपतय उजाला ने बताया कि बाल विवाह रोकथाम को लेकर किशोरियों को क्षमता विकास की जानकारी दी गयी. ताकि बाल विवाह को रोका जा सके. सभी को बाल विवाह के मुद्दे पर समझ बने और बाल विवाह क्या है ?, बाल विवाह को कैसे रोका जाए. बाल विवाह होने से बच्चों पर क्या प्रभाव पड़ता है. उसपर समझ विकसित हो. बाल विवाह के कुप्रभाव क्या पड़ता है. उसपर समझ विकसित हो. सभी को जानकारी होगा कि बाल विवाह होने से बच्चों की पढ़ाई लिखाई, खेलकूद सब कुछ छूट जाता है. बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा पर भी प्रभाव पड़ता है. बच्चों का मानसिक विकास नहीं हो पाता है. बच्चों पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है. वहीं, बताया गया कि प्रशिक्षण प्राप्त कर सभी आपने गांवों में महिला, किशोरी, अभिभावक को इसकी जानकारी दें और जागरूक करें ताकि लोग आपने बच्चों कि शादी लड़की को 18 वर्ष व लड़का 21 वर्ष के बाद करें. मौके पर मुस्कान परवीन, तमन्ना परवीन, आदर्श कुमार यादव आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है