संवाददाता, देवघर : भारतीय जनता पार्टी ने 14 अगस्त को हुए विभाजन की विभीषिका पर गोष्ठी का आयोजन कर स्मृति दिवस के रूप में मनाया. इसमें मुख्य वक्ता प्रदेश उपाध्यक्ष विकास प्रीतम ने कहा कि देश का विभाजन एक ऐसी त्रासदी थी, जिसमें लगभग 10 लाख लोगों की जान गयी और डेढ़ करोड़ लोग शरणार्थी बने. विभाजन ने हिंसा, शोषण और अत्याचार की अमिट यादें छोड़ दी. इस त्रासदी के शिकार लोगों का दर्द रोंगटे खड़े कर देती है. पाकिस्तान से भारत लौटने वालों का खून बहाया गया. पाकिस्तानियों के आतंक को देश कभी नहीं भूल सकता है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और जिन्ना ने अपने स्वार्थ के लिए देश के टुकड़े किये व निर्दोष हिंदुओं पर अत्याचार कर मां भारती के सम्मान को ठेस पहुंचायी गयी. देश की जनता उस पार्टी को माफ नहीं करेगी, जिसने धर्म के नाम पर भारत का बंटवारा किया था. युवा पीढ़ी को इस ऐतिहासिक त्रासदी से अवगत कराना जरूरी है.
मौन जुलूस भी निकाला
भाजपा जिलाध्यक्ष सचिन रवानी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने पूर्ण सफलता पायी, लेकिन कांग्रेस व इंडी गठबंधन ने इस सफलता को झूठलाने का प्रयास कर रहे हैं. इस दौरान विभाजन की विभीषिका पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने वीर कुंवर सिंह चौक तक मौन जुलूस भी निकाला. मौके पर भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रीता चौरसिया, दिवाकर गुप्ता, विशाखा सिंह, अधीरचंद भैया, गोरी शंकर शर्मा, रवि तिवारी, राजीव सिंह, दिलीप सिंह, सचिन सुल्तानियां, विजया सिंह, विनय चंद्रवंशी, सीएन दुबे, बलराम पोद्दार, दिलीप सिंह, धनंजय खवाड़े, अशोक यादव, विष्णु राउत, मुकेश पाठक, आशीष दुबे, संतोष मुर्मू, नीतू देवी, अलका सोनी, संध्या कुमारी, सोनाधारी झा, बमबम दुबे, विनिता पासवान, प्रहलाद यादव, अंश देव, अमित ठाकुर, रमेश राय, अजीत सिंह, जय मिश्रा, समीर कर्म्हे, संजय गुप्ता, दशरथ दास आदि थे.हाइलाइट्स
विभाजन की विभीषिका पर भाजपा की संगोष्ठीडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

