मधुपुर. थाना क्षेत्र के मिसरना गांव से डायन के आरोप में घर से अपहृत कर महिला कमली देवी (65) हत्या के एक पखवाड़े बाद बुधवार को फ्रांस की दो महिला रिपोर्टरों की टीम केस के अध्ययन व कवरेज के लिए मिसरना गांव पहुंची. बताया जाता है कि घटना को कई हिंदी व अंग्रेजी अखबारों ने कवरेज किया था. इसके बाद इंडिया में विभिन्न मुद्दों पर कवरेज व जागरुकता अभियान चला रही फ्रांस की मीडिया कर्मियों पर नजर पड़ी. इसी जानकारी के आधार पर बुधवार को मीडिया कवरेज के लिए फ्रांस की प्रसिद्ध फ्रीलांसर महिला पत्रकार लीजा अपने सहयोगी पत्रकार साथी कांसा के साथ मिसरना गांव पहुंची. दोनों ने मृतका कमली देवी के घर पहुंच कर उनकी दोनों बेटियों व दामाद से घटना के संबंध में विस्तारपूर्वक बातचीत की. परिजनों का इंटरव्यू लेकर ग्रामीण अंचल की वीडियोग्राफी करायी. विदेशी महिला पत्रकार को मिसरना गांव पहुंचने पर ग्रामीण उत्सुक व हैरान थे. कई लोग विदेशी पत्रकार को देखने पहुंचे हुए थे. बताया जाता है कि आज के दौर में भी डायन के संदेह और जादु टोना के आरोप में महिला की हत्या काफी चर्चा का विषय बना हुआ है. महिला पत्रकारों की टीम दिल्ली से रांची होते हुए सिमडेगा पहुंची. वहां जागरुकता कार्यक्रम में शामिल होने के बाद मधुपुर पहुंची थी. बताते चले कि पिछले 27 नवंबर को गांव में एक किशोर के श्राद्ध के दौरान कमली देवी को गांव के ही कुछ लोगो ने अपहरण कर ले गया था. घटना के तीन बाद गौरी पहाड़ी के पत्थर खदान के पानी से उसके सिर कटी शव को पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद एनडीआरएफ देवघर के सहयोग से बरामद किया था. वहीं, शव बरामदगी के तीन दिन बाद हिरासत में लिये गये लोगो के सुराग पर खदान से ही महिला के सिर को बरामद किया था. इस मामले में पुलिस उसके अपने देवर गनौरी मंडल समेत अनिल मंडल को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. घटना को लेकर महिला की पुत्री ललीता देवी ने डायन के आरोप में अपहरण व हत्या की आशंका का प्राथमिकी घटना के दूसरे दिन दर्ज कराया था. मामले में पुलिस ने आठ नामजद व छह अप्राथमिकी आरोपी बनाया है, जिसमें चार महिला भी शामिल है. हाइलार्ट्स : महिला पत्रकार लीजा और कांसा ने परिजनों का लिया इंटरव्यू
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