मधुपुर : प्रखंड क्षेत्र के जाभागुढ़ी व बुढ़ैय पंचायत के अलग-अलग गांवों में लगाए गयए पेड़ लकड़ी माफिया द्वारा धड़ल्ले से काटे जा रहे हैं. बताया जाता हैं कि सामाजिक वानिकी योजना के तहत दुबराजपुर, बेलकुकराहा, नैयाडीह, नवादा, सलैया, पांडेडीह, चपरी व लालपुर में हजारो पेड़ पूर्व में लगाये गये थे. पेड़ काफी बड़े भी हो चुके हैं.
लेकिन देख रेख के आभाव में प्रतिदिन यहां हरे-भरे पेडों को काटा जा रहा है. यही हाल रहा तो जल्द ही जंगल विलुप्त हो जाएगा. ग्रामीणों ने बताया कि वे लोग कई बार वन अधिकारियों को घटना से अवगत करा चुके है. लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण जंगल माफियाओं द्वारा दिन-प्रतिदिन पेड़ों को काटा जा रहा है. कहा कि माफिया द्वारा पहले यूकलिप्टस के पेड़ की छाल को छील दिया जाता है. जिसके कुछ दिन बाद पेड़ सुख जाते हैं और फिर उसे काट लिया जाता है. कई बार उन्होंने पेड़ काटने का विरोध किया तो उन्हें धमकी दी जाती है. जंगल सरकारी होने की बात कहते हुए डराया जाता है. यूकलिप्टस के अलावा करंज, गुलमोहर आदि कई पेड़ लगाये गये हैं.
क्या कहते हैं वन क्षेत्र पदाधिकारी
वन क्षेत्र पदाधिकारी महादेव रजक ने कहा कि उन जगहों पर समाजिक वानिकी के तहत जंगल लगाये गये थे. लेकिन अभी तक वन विभाग को सुपुर्द नहीं किया गया है. जिसके कारण सीधे तौर पर कार्रवाई करने में बाधा उत्पन्न होती है. लेकिन समय रहते जानकारी मिलने पर अवश्य ऐसे लोगों को पकड़ा जायेगा.