लोग अपना पैसा जरूरत के हिसाब से बैंकों से निकाल नहीं पा रहे हैं. व्यापारी, छात्र, गृहिणी, किसान, मजदूर सभी तबाह हैं. सभी कामों को छोड़ लोग बैंकों व एटीएम से पैसा निकालने के लिए कतार में खड़े हैं. फिर भी लोग खाली हाथ लौट रहे हैं. पूर्व मंत्री हाजी हुसैन अंसारी ने कहा कि मोदी जी को सिर्फ कॉरपोरेट घराने की चिंता है. आज 90 फीसदी जनता को लाइन में खड़ा कर दिया है. कालाधन रखने वाले सुरक्षित हैं, जबकि आम जनता तबाह है. इस निर्णय से शादी-ब्याह में जुटे लोग परेशान हैं.
मोदी जी को जनता के आक्रोश का परिणाम भुगतना होगा. जिलाध्यक्ष मुन्नम संजय ने कहा कि मोदी सरकार का नोटबंदी का तुगलकी फरमान पूरे देश में त्राहिमाम मचा रखा है. अदूरदर्शी निर्णय से जनता को अपार कष्ट का सामना करना पड़ रहा है. इससे लोग प्रभावित हैं. बाजार ठप है. किसान व मजदूर तबाह हैं. जनहित में इस फरमान को अविलंब वापस लिया जाये. आक्रोश रैली के बाद प्रतिनिधि मंडल ने डीडीसी देवघर के माध्यम से राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा. आक्रोश रैली में झामुमो के नगर अध्यक्ष सुरेश साह, जेवीएम के जिलाध्यक्ष नागेश्वर सिंह, कांग्रेस के प्रो उदय प्रकाश, गंगा राउत, अजय सिंह, सत्यनारायण राम, सुधीर देव, रवि गुप्ता, केदार दास, विजयनाथ मिश्रा, अमित पांडेय, विवेक मिश्रा, रोशन सिंह, अर्जुन राउत, हरेंद्र प्रसाद राय, विष्णु दास, अशोक झा, सदाशिव राणा, मो इरफान आदि शामिल थे.