इसी क्रम में इस वर्ष भी महासप्तमी के अवसर पर शनिवार को मां दुर्गे का सात महासागर, सात समुद्र व सात नदियों के जल से महास्नान कराया गया. शनिवार अल सुबह से ही इस विशेष अनुष्ठान की तैयारी में अनुयायी जुट गये. इस दौरान अनुयायियों ने सामूहिक पूजा के साथ नव पत्रिका का स्वागत और मां की प्रतिमा में प्राण प्रतिष्ठा करायी गयी.
इसी क्रम में तमाम श्रद्धालुओं ने बारी-बारी से लाये गये जल से प्रतिमा को महास्नान कराया. बाद में पूरे वैदिक मंत्रोच्चार के बीत षोडषोपचार पद्धति से माता की पूजा की गयी. इस क्रम में महिला श्रद्धालुओं ने माता का श्रृंगार किया. इस आयोजन को लेकर एक माह पूर्व से आश्रम में तैयारी शुरू हो जाती है. आयोजन में शरीक होने को लेकर श्रद्धालु में इस आयोजन के लिए खासा उत्साह देखा गया. समवेत पद्धति से मां के भक्त इस पूजा का आयोजन किया गया.